Odisha News: भुवनेश्वर. भुवनेश्वर के व्यस्त यूनिट 4 मार्केट में स्थित एक सामान्य सी दिखने वाली मसालों की दुकान में एक चौंकाने वाला रहस्य उजागर हुआ है. यह दुकान असल में अवैध गांजा (भांग) व्यापार का अड्डा निकली. एक गुप्त सूचना के आधार पर कमिश्नरेट पुलिस और विशेष कार्यबल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को दुकान पर छापा मारा और बड़ी मात्रा में प्रोसेस्ड गांजा बरामद किया, जिसे वैध कारोबार की आड़ में बेचा जा रहा था. छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में पाउडर रूप में गांजा बरामद हुआ, जिसे चतुराई से सिगरेट में भरकर ग्राहकों को गुप्त रूप से बेचा जा रहा था. यह अवैध धंधा एक ऐसे बैनर के पीछे छिपा हुआ था, जिसमें मसाले और किराने का सामान बेचने का दावा किया गया था. वह दुकान काफी समय से किसी संदेह चल हाल ही में दुकान में बढ़ी हुई भीड़ और संदिग्ध गतिविधियों के कारण संदेह पैदा हुआ. पूछताछ के दौरान दुकानदार ने अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की और दावा किया कि जब्त किया गया पदार्थ गांजा नहीं, बल्कि बीड़ी में भरा जाने वाला तंबाकू है.

 हालांकि, प्रारंभिक परीक्षण है और पैकेजिंग के सबूतों से यह स्पष्ट हुआ कि यह प्रोसेस्ड गांजा ही था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी कच्चे गांजे को पीसकर पाउडर बना रहा था, फिर उसे सिगरेट जैसी रोलिंग में भरकर बेच रहा था, ताकि सामान्य जांच में पकड़ा न जा सके. यह तरीका खास तौर पर उन ग्राहकों को ध्यान में रखकर अपनाया गया था जो आसानी से और छुपाकर नशीले पदार्थों की खरीद करना चाहते थे. कमिश्नरेट पुलिस ने शहरी बाजारों और रिहायशी इलाकों में फैले नशे के नेटवर्क को खत्म करने के लिए विशेष अभियान के तहत अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. हाल के हफ्तों में भुवनेश्वर और कटक में कई जाये मारे गए भी निरीक्षण किए जाने की संभावना है. यह मामला दर्शाता है कि नशे के सौदागर अपने धंधे को छुपाने के लिए कैसे नए-नए तरीके अपना रहे हैं और यह भी कि ऐसे दोहरे उपयोग वाले व्यवसायों पर सख्त निगरानी और समुदाय की सतर्कता कितनी जरूरी. एक हिरासत में लिए गए व्यक्ति ने सफाई दी, ‘हम आपूर्ति नहीं कर रहे. कई युवक खुद यहां आते हैं और वे ही गांजा लेकर आते हैं.’