धमतरी। एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार बेरोजगारों को काम देने के लिए तमाम तरह की योजनाएं चला रही है  जिसमें करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं. जिससे हर बेरोजगारो के हाथो में रोजगार हो. लेकिन वही दूसरी ओर धमतरी में एफसीआई के अफसर नियम कायदों का हवाला देकर वहाँ पर काम कर रहे गाड़ीवान मजदूरों को काम से निकाल दिया है. जिससे गाड़ीवान मजदूरों को काम के लाले पड़ गए हैं. जिसके चलते मजदूरों ने जिला प्रशासन से एफसीआई गोदाम में हमाली का काम दिलवाने की मांग की है.

दरअसल बीते कई सालों से करीब सौ बैलगाड़ी वाले राईस मिलों से धान को एफसीआई के गोदम पहुंचाते आ रहे थे और इसी आय से अपने घर परिवार का भरण पोषण कर रहे थे. लेकिन अब एफसीआई के अफसर नियम कायदों का हवाला देते हुऐ बैलगाड़ियों से चावल का परिवहन बंद कर दिया है. जिसके चलते बैलगाड़ी वाले मजदूर अब एफसीआई प्रबंधन से गोदम मे हमाली करने का काम मांग रहे हैं.

गाड़ीवान मजदूरों की माने तो उनके पास आय का कोई दूसरा जरिया नही है. जैसे तैसे बैलगाड़ी चलाकर परिवार की गाड़ी खींच रहे थे लेकिन अब उनके सामने रोजी रोटी की संकट आन पड़ा है. बहरहाल जिला प्रशासन मजदूरों को अन्य रोजगार मुहैया करवाने की बात कह रहे हैं.