नई दिल्ली। भाविश अग्रवाल के स्वामित्व वाली ओला अपने इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय को बढ़ाने का लक्ष्य बना रही है, राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म अब लगभग 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि इस प्रक्रिया में मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और इसके यूज्ड कार ऑपरेशंस जैसे वर्टिकल को शामिल किया गया है. हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ओला विभिन्न विभागों में 500 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है, क्योंकि इसका उद्देश्य चुनौतीपूर्ण वित्त पोषण के माहौल और लिस्टिंग योजनाओं में देरी के बीच लागत में कटौती करना है.

आग लगने की घटनाओं पर करना पड़ रहा आलोचनाओं का सामना

सॉफ्ट बैंक समर्थित कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को टीम के सदस्यों की पहचान करने का काम सौंपा गया था, जिन्हें प्रदर्शन के आधार पर छोड़ने के लिए कहा जा सकता है. कंपनी ने हाल ही में अपने यूज्ड व्हीकल बिजनेस ओला कार्स के साथ-साथ अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस ओला डैश को भी बंद कर दिया था. इसे लॉन्च के एक साल के भीतर ही बंद कर दिया गया था, क्योंकि कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और कार वर्टिकल पर ध्यान केंद्रित किया था. ओला को अन्य ईवी प्लेयर्स जैसे ओकिनावा ऑटोटेक, प्योर ईवी, सहित अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों में दोषपूर्ण बैटरी और आग की घटनाओं पर भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

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इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की कई घटनाएं आईं सामने

हाल ही में देशभर में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की कई घटनाएं हुई हैं, जिससे कंपनियों को अपने वाहनों को वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. कंपनी ने पिछले साल ईवी क्षेत्र में धमाकेदार एंट्री की थी. इसके इलेक्ट्रिक स्कूटर्स ने प्री-लॉन्च बुकिंग खुलने के महज 24 घंटों में 1 लाख रिजर्वेशन देखे थे. हालांकि, डिलीवरी में देरी ने ग्राहकों को थोड़ा निराश कर दिया.

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