रायपुर. कोरोना ने अपनी चपेट में मध्यप्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव को भी ले लिया है. उक्त महिला अधिकारी की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद सोशल मीडिया(फेसबुक) में एक मैसेज बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.

 रायपुर के एक कारोबारी अमित ज्योतसिंघानी अपने वॉल पर लिखते है कि इनका बेटा ‘यूएस से लौटा तो उसे अस्पताल भेजने के बजाय घर में ही छुपा लिया जबकि वह कोरोना संक्रमित था. कुछ दिनों में मैडम खुद संक्रमित हो गईं और अपने अधीनस्थ काम कर रहे 36 लोगों को भी कोरोना दे दिया! ऐठन देखिए कि अभी भी मैडम अस्पताल नहीं जा रही हैं. वे अपने घर में डॉक्टरों की टीम बुलाकर इलाज करवा रही हैं!  साफ है कि इस देश को हाई सोसायटी के लोग ही ज्यादा संक्रमित कर रहे हैं. विदेश से आकर देश में कोरोना फैलाने वाले यही लोग हैं ! वरना किसान, मजदूर, गरीब वर्ग तो घर में दुबका है. बाहर निकलने की हिम्मत भी दिखाता है तो पुलिस का डण्डा चल पड़ता है’. हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम इस पोस्ट की सत्यता को लेकर किसी भी प्रकार से पुष्टि नहीं करता कि उक्त आईएएस के बेटे को कोरोना हुआ था या नहीं. वे इलाज करवाने अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हो रही  ? हालांकि इसकी आधिकारिक रुप से पुष्टि हो चुकी है कि उक्त महिला अधिकारी की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है.

वहीं मध्यप्रदेश के ही एक अन्य अधिकारी जो हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी और आयुष्मान योजना के सीईओ जे विजय कुमार की रिपोर्ट दो बार पॉजिटिव आई है. जे. विजय कुमार 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, राज्य में कोरोना को हराने के लिए उनके पास अहम जिम्मेदारी थी. कोरोना के कोर ग्रुप में जे विजय कुमार के साथ 12 आईएएस अफसर थे. और अब सभी ने खुद को होम क्वारेंटाइन कर लिया है.

फेसबुक में किया गया ये पोस्ट

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