दिल्ली में भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता(Rekha Gupta) ने इस अवसर को एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया. उन्होंने कहा कि यह केवल एक जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह सार्वजनिक सेवा पर आधारित राजनीति का प्रतीक है, जिसमें जन कल्याण के लिए बनाई गई नीतियों का समावेश है.

रेखा गुप्ता ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में बताया कि उनकी सरकार ने 100 दिनों में सभी वादों को पूरा करने की दिशा में काम किया है, और उनकी प्राथमिकता स्पष्ट है: विकास जो देखा और महसूस किया जा सके. मुख्यमंत्री गुप्ता ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार स्वच्छता, सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और ई-गवर्नेंस के माध्यम से दिल्ली को एक “मजबूत, सुरक्षित और समावेशी राजधानी” बनाने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद दिया.

सीएम रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ”100 दिन सेवा के – काम करने वाली सरकार” कार्यक्रम के दौरान पिछले 100 दिनों में सरकार की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया. इस अवसर पर दिल्ली के सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ-साथ दो हजार से अधिक लोग भी उपस्थित रहे.

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सशस्त्र बलों की उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए “मैं भी सिंदूर हूं” शीर्षक से अपनी एक कविता प्रस्तुत की. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें दुख होता है जब वह उन लोगों के बारे में सोचती हैं जो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर भारतीय सशस्त्र बलों पर सवाल उठाते हैं और देश के दुश्मनों से मिलते हैं. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन ने महिलाओं के सम्मान को बढ़ाया है और इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया. रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि देश की सभी महिलाएं दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने के लिए सशस्त्र बलों को सलाम करती हैं.

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण जीत है. यह नया भारत है, जो अब आतंकवादियों की गतिविधियों को सहन नहीं करेगा. अब हर प्रतिक्रिया सटीक और हर हमला निर्णायक होगा.

CM ने किया पोस्ट कर बताया एजेंडा

जब आपने मुझे दिल्ली की सेवा का अवसर प्रदान किया, तो यह केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक दृढ़ संकल्प था – “जनसेवा पर केंद्रित राजनीति और जनकल्याण के लिए नीतियां.” इन 100 दिनों में हमने अपने सभी वादों को वास्तविकता में बदलने के लिए प्रभावी कदम उठाए. हमारी प्राथमिकता स्पष्ट थी – ऐसा विकास जो न केवल दिखाई दे, बल्कि अनुभव भी किया जा सके. स्वच्छता, सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और ई-गवर्नेंस के क्षेत्रों में हमारी कोशिश यही रही कि दिल्ली एक सशक्त, सुरक्षित और समावेशी राजधानी बने. यह सब आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के विजन के कारण संभव हुआ. दिल्ली की जनता का विश्वास मेरी सबसे बड़ी ताकत है. बदलाव की नींव रखी जा चुकी है, और विकास की गति अब रुकने वाली नहीं है. दिल्ली सुशासन और सेवा के संकल्प के साथ निरंतर आगे बढ़ती रहेगी.

रेखा गुप्ता ने ‘एक्स’ पर साझा किए गए अपने विचारों में कहा कि दिल्ली की सेवा का अवसर पाकर उन्हें केवल एक जिम्मेदारी का अनुभव नहीं हुआ, बल्कि यह “जन सेवा पर केंद्रित राजनीति और जन कल्याण के लिए नीतियों” के निर्माण का एक संकल्प था. उन्होंने बताया कि पिछले 100 दिनों में उन्होंने अपने सभी वादों को पूरा करने की दिशा में प्रभावी प्रयास किए हैं. उनकी प्राथमिकता विकास को स्पष्ट रूप से दिखाना और महसूस कराना रहा है. स्वच्छता, सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और ई-गवर्नेंस के क्षेत्रों में उनका लक्ष्य दिल्ली को एक मजबूत, सुरक्षित और समावेशी राजधानी बनाना है. यह सब आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत के कारण संभव हुआ है. दिल्ली की जनता का विश्वास उनकी सबसे बड़ी ताकत है, और उन्होंने कहा कि बदलाव की नींव रखी जा चुकी है, जिससे विकास की गति अब रुकने वाली नहीं है. दिल्ली सुशासन और सेवा के संकल्प के साथ आगे बढ़ती रहेगी.

दिल्ली सरकार, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कर रही हैं, ने राजधानी में अपने पहले 100 दिनों का कार्यकाल पूरा कर लिया है. इस अवसर पर, राज्य सरकार ने एक ‘वर्कबुक’ जारी की है, जिसमें आयुष्मान भारत योजना, महिला सम्मान योजना और यमुना नदी सफाई अभियान जैसी महत्वपूर्ण जन कल्याणकारी पहलों का विवरण प्रस्तुत किया गया है.

रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया. भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतकर 27 वर्षों के बाद राजधानी में सरकार बनाई, जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों के साथ विपक्ष में चली गई. कांग्रेस लगातार तीसरी बार एक भी सीट जीतने में असफल रही.