नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के लाए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 7 महीने से आंदोलन कर रहे हैं.  किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर किसानों ने 26 जून को अलग-अलग राज्यों में राजभवनों का घेराव कर रहे हैं. राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की कोशिशों में जुटे हैं. इसी बीच सरकार से नाराज राकेश टिकैत ने कहा कि उपराज्यपाल से नहीं मिलने दिया गया, तो दिल्ली कूच करेंगे.

राकेश टिकैत ने फिर भरी हुंकार

दिल्ली में संवेदनशील हालात देखते हुए उपराज्यपाल के घर की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है. उनके मिलने के लिए किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है. इस पर भाकियू नेता राकेश टिकैत भड़के बताए गए हैं. उन्होंने कहा अगर हमारे लोगों को उपराज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया तो हम दिल्ली कूच करेंगे. हम कैसे जाएंगे इस पर हम अभी बैठक कर रहे हैं. हम उपराज्यपाल के पास जाएंगे.

इससे पहले खबर आई थी कि भाकियू नेता राकेश टिकैत को गिरफ्तार कर लिया गया है. सोशल मीडिया पर इस खबर के आने के बाद से ही हलचल मच गई, लेकिन भाकियू के नेशनल मीडिया इंचार्ज धर्मेंद्र मलिक ने राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की बात को अफवाह करार दिया है. उन्होंने कहा कि टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर ही मौजूद हैं. उन्होंने किसान एकता मोर्चा के ट्वीट का खंडन किया. खुद राकेश टिकैत ने भी बाद में इस मुद्दे पर ट्वीट किया और गाजीपुर बॉर्डर पर होने की बात कही.

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि किसान पिछले करीब 8 महीने से बॉर्डर पर बैठे हैं. वे अब निराश हो चुके हैं. इसलिए आंदोलन को जिंदा रखने के लिए उनके नेता हर दिन नए कार्यक्रम बना रहे हैं. आज उन्होंने राजभवन में ज्ञापन सौंपने की बात कही है. ये सब होता रहता है.

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत के मुताबिक देश में अघोषित आपातकाल लगा है, इसलिए राजभवन का घेराव कर राज्यपाल को सभी किसान ज्ञापन सौंपेंगे. इसी बीच किसान ट्रैक्टरों के साथ आज प्रदर्शन करेंगे.

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