गणपति बप्पा के स्वागत के लिए उनके भक्त पूरी तरह से तैयार हैं. 6 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेशजी हर घर में विराजमान होंगे. इस मौके पर बप्पा के स्वागत के लिए दरवाजे को फूलों और आम के पत्तों से सजाया जाता है. इसके लिए आप इन नई डिजाइन का यूज कर सकते हैं. अगर आप रिबन से फूलों का आर्च बनाना चाहते हैं तो पहले गैंदे के फूल को पिरोएं और फिर सफेद फूलों को पिरोएं. अब चार-पांच फूल और पिरोकर धागा तैयार कर लें. अपने दरवाजे या मंदिर के द्वार के अनुसार कम से कम 10 लटें बनाकर उन्हें रिबन से बांधें और तोरण बनाकर दरवाजे पर लगाएं. इसके साथ ही आप गेंदे के फूलों का यह साधारण मेहराब बनाकर दरवाजे से लेकर खिड़कियों तक लटका सकते हैं. पीले और नारंगी गेंदे के फूल लें और दोनों रंग के फूलों की लंबी डंडियां बनाएं और फिर उन्हें क्रॉस करके सजाएं. इससे द्वार की सुंदरता और बढ़ जाएगी.

कम फूल है तो इस तरह बनाए तोरण

अगर आपके पास कम फूल और पत्तियां हैं तो आप दरवाजों और मंदिरों के लिए ऐसे सरल तोरण भी बना सकते हैं. गेंदे के फूल के बाद आम के पत्ते लगाएं और फिर एक-एक करके दरवाजे के आकार के पिलर तैयार करें. आप गणेशजी के स्वागत के लिए खूबसूरत तोरण तैयार कर सकते हैं या फिर पीले-नारंगी गेंदे के फूलों और आम की पत्तियों का लंबा तोरण बनाकर झालर बना सकते हैं. इस डिज़ाइन से आइडिया लिया जा सकता है. तीन पीले फूलों की लड़ियां, तीन आम के पत्तों की और तीन नारंगी गेंदे के फूलों की लड़ियां क्रम से बुनते हैं.

दो रंगों के फूलों की लंबी माला बनाएं

अगर आप दरवाजे को पूरी तरह से सजाना चाहते हैं तो दो रंग के फूलों की एक लंबी माला बनाएं और फिर क्रम से छोटी-छोटी मालाएं दरवाजे पर लगाएं. अगर आप इस तरह से दरवाजे को सजाएंगे तो यह बेहद खूबसूरत लगेगा. गणपति बप्पा सिर्फ भक्त के भाव देखते हैं और उसकी झोली खुशियों से भर देते हैं. यदि आपके पास फूल नहीं हैं या बहुत कम समय है, तो आप केवल आम के पत्तों से यह सरल तोरण तैयार कर सकते हैं. बप्पा इससे भी प्रसन्न हो जाते हैं.