लखनऊ. 18वीं लोकसभा के प्रथम बजट सत्र (Parliament Budget Session 2025-26) के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवारक को संसद संयुक्त सदन को संबोधित किया. उनके अभिभाषण को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. मायावती ने X पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लिखा कि “उम्मीद छोड़िए, सांत्वना भी नहीं मिली” मायावती ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नीति केवल पूंजीपतियों की संख्या बढ़ाने की है और बिना ‘सर्वजन हिताय व सुखाय’ के देशहित अधूरा है.

उन्होंने लिखा कि ‘लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले बजट सत्र के उद्घाटन में मा. राष्ट्रपति महोदया का अभिभाषण देश में जबरदस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, जीएसटी कर बोझ, घरेलू बचत में कमी आदि से त्रस्त करोड़ों गरीब, मेहनतकश और मध्यम वर्ग बहुजनों हेतु राहत व उम्मीद तो दूर सांत्वना वाला भी कम.’

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उन्होंने आगे लिखा कि ‘केन्द्र की नीति मुट्ठी भर बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों की संख्या बढ़ाने व उन्हें हर प्रकार का लाभ पहुंचाने के बजाय गरीब, मजदूर, किसान, मध्यम वर्ग आदि बहुजनों का दुख-दर्द मिटाने पर केन्द्रित होना जरूरी तभी आगे जनहित संभव. ’सर्वजन हिताय व सुखाय’ के बिना देशहित अधूरा.’