दिल्ली. देशभर के लोगों ने 10 अप्रैल को रामनवमी का पर्व काफी उत्साह के साथ मनाया है. हिंदू पंचांग के मुताबिक चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि के पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न में मर्यादा पुरुषोत्तम सियापति राम का जन्म हुआ था. इस बार ये 10 अप्रैल को पड़ा था. इस अवसर पर वाराणसी में के लोगों ने भी रामनवमी मनाया है. अच्छी बात तो यह है कि यहां हिन्दु लोगों के साथ साथ मुस्लिम महिला फाउंडेशन व विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्री राम और मां जानकी की आरती उतारी है.

बता दें कि मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने उर्दू में आरती का गायन भी किया. मुस्लिम महिलाओं द्वारा भगवान राम की पूजा किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रिया आ रही है.

ऐसी प्रतिक्रियाएं दे रहे यूजर्स

सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर कुछ लोग मुस्लिम महिलाओं की तारीफ करते हुए इसे गंगा जमुनी तहजीब बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग महिलाओं पर कटाक्ष करने में पीछे नहीं हैं, युसूफ महबूब नाम के यूजर कहते हैं, ‘ यह सब मुस्लिम थोड़ी हैं, बुर्का तो हिंदू भी पहनकर खड़े हो सकते हैं, जिस तरह फिल्मों और धारावाहिकों में देखा जाता है.

एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया – संधियों के हिजाब से मंदिर में हिजाब पहनकर जा सकते हो लेकिन स्कूल में हिजाब पहनना मना है. सुमैया खान नाम की एक ट्विटर यूजर लिखती है कि बुर्का पहनने का मतलब मुस्लिम होना नहीं होता है. शैलेश नाम के एक यूजर ने लिखा कि इसे गंगा जमुनी तहजीब कहते हैं. यूपी में हिंदू – मुसलमान बहुत ही प्रेम से रहते हैं. जिसका उदाहरण यह महिलाएं हैं.

एक यूजर ने लिखा हैं कि बाकी जगहों पर इन्हें बुर्के से आपत्ति है लेकिन जब उन्हें यह दिखाना हो कि मुस्लिम औरतें आरती करती हैं तो अपनी महिलाओं को बुर्का पहना कर एजेंडा पूरा कर लेते हैं. अहमद नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘ नफरत का बीज बोने वाले और समाज में जहर घोलने वाले लोगों को यह हजम नहीं हो रहा होगा.’

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रामनवमी के दिन उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से सांप्रदायिक तनाव की खबरें सामने आई हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के उन्नाव शहर से एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. इस तस्वीर में राम नवमी के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के रथ को मुस्लिम व्यक्ति चला रहे थे. इस तस्वीर को उन्नाव सदर कोतवाली में तैनात चौकी इंचार्ज भगत सिंह द्वारा फेसबुक अकाउंट से शेयर की गई है.