सुप्रिया पांडेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने News 24 मप्र-छग/लल्लूराम डॉट कॉम के सलाहकार संपादक संदीप अखिल के साथ 19 साहित्यकारों-भाषाविदों का सम्मान किया. इस अवसर पर संस्कृति मंत्री भगत ने प्रदेश वासियों को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस की बधाई दी.
कार्यक्रम के दौरान मंत्री अमरजीत भगत ने छत्तीसगढ़ी में संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों का उद्बोधन बहुत ही सुंदर और आकर्षक है. दिनचर्या में जिस भाषा का प्रयोग होता है, उस भाषा के प्रयोग की कोशिश होनी चाहिए. 19 विभूतियों का नाम लेते हुए मंत्री भगत ने News 24 मप्र-छग/लल्लूराम डॉट कॉम के सलाहकार संपादक को बधाई देते हुए कहा कि संदीप अखिल का कार्यक्रम हम ठेठ छत्तीसगढ़ी में सुनते हैं, बहुत गर्व होता है.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति के मान सम्मान को बढ़ाने का काम सीएम भूपेश भी कर रहे हैं. संस्कृति को विकसित करने का काम सीएम अंतराष्ट्रीय स्तर पर कर रहे हैं, वास्तव में भाषा एक दिन में विकसित नहीं होती. छत्तीसगढ़ी की भाषा सभी को अच्छी लगती है, इसे सब मिलकर आगे बढ़ाएंगे. छत्तीसगढ़ी भगवान राम की माता कौशल्या की जन्म स्थली है, भांचा को भगवान का दर्जा दिया जाता है, ये हमारी संस्कृति का बहुत बड़ा उदाहरण है, प्रयास करने से सारी चीजें सम्भव हैं.
कार्यक्रम के उपरांत मीडिया से चर्चा में मंत्री भगत ने प्रधानमंत्री से मुलाक़ात का समय मांगे जाने पर कहा कि हमारा काम है प्रयास करना. हम जनता और मिलर्स की तरफ से अनुरोध करते हुए मिलने का समय मांग रहे हैं, लेकिन विपक्ष की कोई पहल कभी नहीं दिखती है. विपक्ष ना कभी केंद्र को चिट्ठी लिखता है, ना मांग करता है, ना ही कोई बयान देता है. छत्तीसगढ़ के मुद्दों के लिए इनकी आवाज़ पता नहीं क्यूँ अटक जाती है. हम केंद्र के सामने गांधीवादी तरीके से अपनी बात कह रहे हैं.
वहीं नीति आयोग में छत्तीसगढ़ की रैंकिंग को लेकर उन्होंने कहा कि भारत के मुखिया छत्तीसगढ़ से सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. हमारे फंड रुके हुए हैं. जीएसटी से लेकर एक्साइज तक का पैसा अटका हुआ है. किसी के मुंह को बंद करके कह दिया जाए कि जोर से हंसो, ऐसा कैसे हो सकता है.