मनोज सिंह ठाकुर, नर्मदापुरम। अपने से आधी उम्र की लड़की को प्रिंसिपल बनाने का झांसा देकर निकाह करने और फिर तलाक देने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है।

जानकारी के अनुसार जिले के पचमढ़ी जामा मस्जिद के पूर्व पेश इमाम द्वारा खुद से उम्र में 30 साल छोटी छात्रा से निकाह किया फिर तलाक दे दिया। पूर्व इमाम हाफिज हफीजुर्रहमान के पास पीड़िता शिक्षा लेने जाती थी। इमाम ने उसे अच्छी तालीम और प्रिंसिपल बनने का प्रलोभन देकर शादी का प्रस्ताव दिया। बाद में पीड़िता से दबाव बनाकर निकाह कर लिया। एक साल बाद उसने पीड़िता से पिता के घर से 2 लाख रुपए लाने की मांग की। नहीं देने पर उसने मौखिक तलाक कह दिया। पिछले महीने भी पूर्व इमाम ने पीड़ित पत्नी के साथ मारपीट की। विवाद बढ़ने पर इमाम ने उसे सादे कागज पर लिखकर तलाक दे दिया। परेशान होकर पीड़िता ने पचमढ़ी थाने में भी शिकायत की। लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। जिसके बाद न्याय के लिए गुरुवार को नर्मदापुरम जिला मुख्यालय पहुंची। कलेक्टर और एसपी कार्यालय पहुंचकर उसने न्याय की गुहार लगाई और पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।  
 
पीड़िता ने जुबानी उसकी परेशानी 
21 साल की पीड़िता ने बताया वह पढ़ने के लिए जाती थी, तभी से पेश इमाम हाफिज हफीजुर्रहमान ने मेरे ऊपर गलत नजर रखते थे। वो मुझसे 30-32 साल बड़े है। उनके बच्चों की उम्र मेरे बराबर है। उन्होंने मुझे बहला–फुसलाकर तालीम देकर प्रिंसिपल बनाने का प्रलोभन देकर शादी का प्रस्ताव दिया। मेरे नहीं मनाने पर मुझे बदनाम करने की धमकी देकर नवंबर 2020 में मुझसे मेरे पिता के घर शादी कर ली। शादी के बाद हाफिज और उनकी बेटी मेरे साथ बुरा व्यवहार करते थे। मेरा मोबाइल भी उनके पास था। मुझसे आए दिन मारपीट करते। मुझसे दो लाख रुपए पिता के यहां से लाने के लिए कहा। मेरे मना करने पर मुझे मौखिक तलाक दिया। मैं मालेगांंव पढ़ाई के लिए गई। पिछले महीने वापस लौटी तो मुझे अलग कमरे में बंद रखा। 16 अप्रैल को उन्होंने सादे कागज पर तलाक दे दिया। इस बीच मैंने 2 अप्रैल को फांसी लगाकर आत्महत्या का भी प्रयास किया।
 
अंजुमन कमेटी ने पेश इमाम पद से हटाया 
हाफिज हफीजुर्रहमान ने जनवरी 2021 में गुपचुप तरह से पीड़िता के साथ निकाह कर लिया। उसने यह निकाह अंजुमन इस्लामिया कमेटी के अधिकारों का उल्लघंन कर किया। जिससे कमेटी ने उसे पेश इमामत एवं शहर काजी पद से हटाया था। हाफिज हफीजुर्रहान द्वारा लिखित माफी मांगने पर कमेटी ने वापस नियुक्त की थी। लेकिन हाफिज हफीजुर्रहान ने पत्नी को सादे कागज पर तलाक के संबंध में लिखने के बाद उसे कमेटी ने फिर से उस पद से हटा दिया है। दूसरे इमाम को नियुक्त कर दिया। मस्जिद में नमाज पढ़ने को लेकर भी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इधर इमाम के पक्ष में कुछ लाेग‎ सामने आए और वे भी थाने पहुंचे।‎
 
नर्मदापुरम एसपी डॉक्टर गुरकरन सिंह ने बताया पीड़िता ने पति पर मौखिक रुप से तलाक कहने व लिखित में सादे कागज पर तलाक लिखकर दिया है। मामले की जांच कर रहे है। पति पर वैधानिक कार्रवाई कर केस दर्ज होगा। 

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