रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने धान खरीदी की नई घोषित कीमत को लेकर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की है. उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों का धान कम कीमत पर खरीद कर प्रदेश सरकार ने वादाखिलाफी का जो काला अध्याय लिखा है, वह निंदनीय है.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष उसेंडी ने कहा कि किसानों का धान खरीदने के मामले में प्रदेश सरकार शुरू से ही राजनीतिक नौटंकी करने पर आमादा थी और अब एक माह विलंब से जो धान खरीदी करने जा रही है. वह भी अपने वादे से मुकर कर 2500 प्रति क्विंटल की बजाय 1815 रूपए और 1835 प्रति क्विंटल की दर पर खरीदी करेगी. यह प्रदेश के किसानों के साथ सरासर धोखाधड़ी है. उसेंडी ने कहा कि किसानों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धोखाधड़ी करने के अपने मंसूबे में भाजपा के रहते सफल नहीं होंगे.

उसेंडी ने ऐलान किया कि भाजपा किसानों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देने के लिए प्रतिबद्ध है. पार्टी सड़क की लड़ाई लड़कर किसानों को उनका हक दिलाएगी. इसके लिए उनकी पार्टी प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ किसानों को साथ लेकर हर एक धान खरीदी केंद्रों पर प्रदर्शन कर जन जागरण का शंख फूंकेगी और बघेल सरकार को तत्त्क्षण किसानों का धान 2500 प्रति क्विंटल की दर पर खरीदने के लिए बाध्य करेगी. उसेंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को 2500 प्रति क्विंटल के भुगतान के लिए पांच मंत्रियों की कमेटी के गठन की घोषणा की है, यह इस सरकार की बदनीयती और ठगबाजी के अलावा कुछ नहीं है. सरकार ने किसानों के साथ अपनी धोखाधड़ी को छिपाने का यह नया राजनीतिक प्रपंच रचा है, जबकि इसकी कोई जरूरत ही नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने प्रदेश भर में घूम-घूम कर धान खरीदी का फार्मूला बता कर अपने वित्तीय प्रबंधन की डींगें हाँकी थी और गंगाजल हाथ में लेकर 2500 में धान खरीदी, हर किसान का हर कर्जा माफ करने तथा 2 साल के बकाया धान बोनस के भुगतान की कसमें खाकर प्रदेश में सत्ता हासिल की थी. अब धान खरीदी के वक्त प्रदेश सरकार बहानेबाज़ी और झूठ बोलकर किसानों के साथ किए जा रहे अन्याय के पाप से नहीं बच सकेगी.

उन्होंने कहा कि कर्ज माफी, 2500 प्रति क्विंटल पर धान खरीदी और बोनस भुगतान प्रदेश सरकार का अपना वादा है, इसलिए उसे किसानों के साथ छल करना शोभा नहीं देता. प्रदेश के मुख्यमंत्री चाहे जितनी राजनीतिक नौटंकियाँ कर ले, यह अच्छी तरह समझ लें कि भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश के किसानों के साथ खड़े रहकर प्रदेश सरकार को चैन से सांस नहीं लेने देंगे और वादाखिलाफी करने नहीं देंगे.