राजनांदगांव। जनप्रतिनिधियों को लेकर कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर वन एवं पर्यावरण मंत्री और राजनांदगांव के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर की गाज़ गिर गई. अकबर ने विधायकों की शिकायतों और विवादों के बाद जिले के एक तहसीलदार व 6 नायब तहसीलदारों का तबादला कर दिया. प्रभारी मंत्री के कड़े रुख के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.

इस संबंध में मंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने सातों अधिकारियों के तबादले का आदेश भी जारी कर दिया. आदेश के अनुसार तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को नई जगहों पर भेजा गया है.

तहसीलदार आनंद बंजारे को छुईखदान, नायब तहसीलदार हुलेश्वरनाथ खुटे को अंबागढ़ चौकी, भूपेंद्र कुमार नेताम को डोंगरगांव, मनीषा देवांगन को डोंगरगढ़, परमेश्वरी लाल मंडावी को खैरागढ़, लीलाधर कंवर को खैरागढ़ और रश्मि दुबे को खैरागढ़ तहसील भेजा गया है.

गौरतलब है कि एक दिन पहले मंत्री ने विधायकों और प्रशासनिक कामकाज की समीक्षा की थी. जिसमें उन्होंने फौरन डोंगरगढ़ और खैरागढ़ के तहसीलदारों को हटाने के निर्देश दिए थे. बताया जाता है कि गिरदावरी और राजस्व प्रकरणों में तहसीलदारों के रवैये को लेकर विधायकों और जनप्रतिनिधियों प्रभारी मंत्री से शिकायत की थी.

विधायकों ने शिकायत की थी कि राजस्व अमला खासतौर पर पटवारी और आरआई मुख्यालय में नहीं रहते हैं. तहसीलदार और तमाम नायाब तहसीलदार भी कामकाज में रुचि नहीं ले रहे हैं. जिसकी वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है.