शब्बीर अहमद,भोपाल। दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-E-Hind) का 34वां सत्र चल रहा है। इस अधिवेशन के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani) ने इस्लामोफोबिया (islamophobia) को लेकर बात कही। जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि मौलाना ये भूल गए हैं कि वह भारत में रहते हैं, किसी अरब देश में नहीं.

मौलाना मदनी जिन लोगों का जिक्र कर रहे उन्होंने देश को लूटा है- वीडी शर्मा

मौलाना महमूद मदनी के बयान पर मध्यप्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वीडी शर्मा ने कहा कि मौलाना ये भूल गए हैं कि वह भारत में रहते हैं किसी अरब देश में नहीं। जिन लोगों का मदनी जिक्र कर रहे हैं उन्होंने भारत को लूटा है। भारत की संस्कृति और जमीन पर हमला किया है। इसलिए यह देश हमलावरों का नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत दोनों 24 घंटे भारत और मातृभूमि की सेवा और विकास के लिए काम करते हैं। देश नरेंद्र मोदी,मोहन भागवत जैसे देशभक्तों का है, ना कि विदेशी हमलावरों का।

रिपोर्ट्स के मुताबिक मौलाना मदनी ने कहा था कि भारत जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है, उतना ही महमूद मदनी का भी है। उन्होंने आगे कहा कि ये धरती खुदा के सबसे पहले पैगंबर अब्दुल बशर सईदाला आलम की जमीन है। इसलिए इस्लाम को ये कहना की वह बाहर से आया है, सरासर गलत और बेबुनियाद है। इस्लाम सबसे पुराना मजहब है। उन्होंने कहा, हमें सनातन धर्म के बढ़ने से कोई परेशानी नहीं, लेकिन किसी को इस्लाम के बढ़ने से भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

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मौलाना महमूद मदनी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मुल्क में बसने वाले दूसरे तबके के लोगों की बातों से हमे मतभेद जरूर रख सकते हैं, लेकिन हम उनके विरोधी नहीं हैं। हमारे मुल्क में बेशुमार जुबान है, अलग-अलग रहन सहन, सोचने के अलग-अलग तरीकों के बावजूद मुल्क जुड़ा है। मौलाना मदनी ने कहा कि ये ख्याल कि हम पाकिस्तान चले गए होते, निकाल देना चहिए। इसपर कहा कि ‘जिन लोगों का संबंध उनके साथ यानी मुगलों से था, वो 1947 में चले गए। ये हमारा देश है। ना हम आपके बुलाए आए हैं, ना कहने से जाएंगे।’

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