रायपुर। धान खरीदी और किसानों की समस्या को लेकर बैठक में शामिल होने की सूचना मिलने की बात आखिरकार रायपुर सांसद सुनील सोनी ने भी स्वीकार कर ली. लेकिन उन्होंने सूचना की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है.

सुनील सोनी ने कहा कि हमें कल देर शाम बैठक की सूचना मिली. बगैर एजेंडे के इतने अर्जेंट में बैठक बुलाने का कोई औचित्य नहीं है. इतने अर्जेंट में बैठक बुलाने का अधिकार केवल बीजेपी को हैं, क्योंकि बीजेपी ने हमे टिकट दिया था. आज मुख्यमंत्री यदि यह कहे कि सारे काम छोड़कर बैठक में आ जाओ, तो हम किस मुद्दे के आधार पर जाए.

सोनी ने कहा कि बैठक को लेकर हम दो दिनों से मीडिया के जरिए सब सुन रहे हैं, लेकिन हम लोगों को खबर कल शाम को मिली. छह महीने हो गए सांसद बने, लेकिन आज याद रही है, जब विवाद बढ़ गया. विवाद बढ़ा है, तो सांसद याद आ रहे हैं. मेरा सुझाव है कि 15 नवंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू करें, किसानों को गुमराह करने का काम न करे.