बीकानेर रेलवे स्टेशन में एक महिला की गोद में डेढ़ साल की मासूम ने कब प्राण छोड़ा मां को पता भी नहीं चला. गर्मी के कारण भूख, प्यास से मां-बेटी दोनो व्याकुल थे, पानी तो फिर भी स्टेशन में मिल गया पर खाने के लिए पैसे नहीं थे, इसी बीच बच्ची ने अपने प्राण त्याग दिए.
झारखंड के चाईबासा आदिवासी इलाके की रहने वाली सुकूरमुनी, जो सुबह गुवाहाटी ट्रेन से सुबह बीकानेर पहुंची, तब ये हादसा हुआ. मां अपनी बच्ची को 8 घंटे तक लेकर वही स्टेशन में गर्मी में बैठे रही और उठ जा… उठ जा सिनी..दूध पी ले.. कहती रही….लेकिन बच्ची के दिल की धड़कन बंद हो चुकी थी शायद मां की ममता इस बात को स्वीकार नही कर पा रही थी.
शराबी पति की प्रताड़ना से पहले ही सुकूरमुनी परेशान थी. दर दर की ठोकरें खाते हुए अपनी 5 महीने की बच्ची को साथ लेकर बीकानेर पहुंची थी. जान पहचान को कोई नही था, करीब 8 घंटे बाद समाज सेवियों की नजर उस पर पड़ी तो बच्ची का अंतिम संस्कार हुआ. फिलहाल सुकूरमुनी को पदमपुर के महिला आश्रम भेज दिया गया है.
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