नई दिल्ली। गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की. उन्होंने यहां स्वच्छता कार्यक्रम के बारे में बातचीत की. मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी का सपना था- स्वच्छ भारत, लेकिन चाहे 1 लाख गांधी जी आ जाएं, या फिर हजार मोदी ही क्यों न आ जाएं, स्वच्छ भारत का सपना तब तक पूरा नहीं हो सकता, जब तक इसे सवा सौ करोड़ देशवासियों का साथ न मिले.
पीएम मोदी ने कहा कि गंदगी से देशभर को नुकसान होता है. इसके कारण जहां बीमारियां होती हैं, आसपास का वातावरण अशुद्ध होता है. वहीं हर साल एक परिवार पर 50 हजार रुपए का बोझ भी पड़ता है.
उन्होंने कहा कि देश को शौच से मुक्त करना होगा. घर-घर में शौचालय बनाने होंगे. उन्होंने कहा कि आप खुद को माताओं-बहनों की जगह पर रखकर देखें कि क्या कष्ट है. उन्हें मुंह अंधेरे शौच के लिए घर से बाहर खुले में जाना पड़ता है. इससे उनकी सुरक्षा को भी खतरा है और स्वास्थ्य को भी.
पीएम मोदी ने स्वच्छता से संबंधित तमाम बातें कहीं और कहा कि 3 साल पहले शुरू हुआ ये अभियान देशवासियों का सपना बन गया है.