बिंदेश पात्र, नारायणपुर। महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयास में जिले में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मीटर रीडिंग का कार्य दिया गया है.
जिले की महिला समूहों द्वारा फूलझाडू, अचार, पापड़, दुग्ध उत्पादन, मशरूम उत्पपादन, खेती, फिनाइल सहित अन्य रोजगारमूलक कार्य कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान कर रही है. कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी द्वारा नारायणपुर जिले में भी महिला समूहों को मजबूती प्रदान करने शासन की विभिन्न योजनाओं से जोड़कर उन्हें समृद्धि किया जा रहा है.
बीते दिन छोटेडोंगर प्रवास के दौरान कलेक्टर रघुवंशी से मां संतोषी महिला स्व सहायता समूह और चांदनी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कार्य करने की इच्छा जताई थी. जिस पर कलेक्टर ने पहल करते हुए उन्हें क्षेत्र के विद्युत मीटर रीडिग कार्य करने के संबंध में उनकी सहमति जाननी चाही, जिस पर महिलाओं ने एक स्वर में अपनी सहमति दी थी.
कलेक्टर ने तत्काल विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता को इन्हें विद्युत मीटर रीडिंग कार्य का प्रशिक्षण प्रदान करने और कार्य से जोड़ने के निर्देश दिए. इसके बाद इन महिलाओं को कार्य दिया गया, जिसे वे पूरी मेहनत एवं लगन के साथ कर रही हैं.
मां संतोषी महिला स्व सहायता समूह की सदस्य कुमारी धनेश्वरी मांझी ने बताया कि मीटर रीडिंग कार्य में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आ रही है. शुरुआती दौर होने के कारण अभी कम मीटरों की रीडिंग की जा रही है. भविष्य में और अधिक संख्या में मीटरों की रीडिंग समूह की अन्य महिलाओं द्वारा भी की जाएगी, जिससे समूह की अन्य महिलाओं की भी आमदनी हो सकेगी. वर्तमान में छोटेडोंगर क्षेत्र की महिला स्व-सहायता समूह की कुमारी धनेश्वरी मांझी और एतेश्वरी नाग के द्वारा मीटर रीडिंग का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
कार्यपालन अभियंता विद्युत विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला स्व-सहायता समूह की इन दोनों सदस्यों द्वारा प्रतिदिन घर-घर पहुंचकर मीटर रीडिंग का कार्य संपादित किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि 23 मई तक इन समूह की महिलाओं द्वारा 204 मीटर की रीडिग कर ली गयी है, शेष मीटरों के रीडिंग का कार्य जारी है.
उन्होंने बताया कि 23 बाह्य स्त्रोतों से नारायणपुर जिले में मीटर रीडिंग का कार्य किया जा रहा है, जिनमें से 2 सदस्य महिला समूह की है. फोटो स्पॉट मीटर रीडिंग एवं बिलिंग में मोबाइल एप की सहायता से मीटर में दर्ज रीडिंग के आधार पर मौके पर ही प्रिंटर से बिल प्रिंट कर उपभोक्ता को सौंपने, डाटा डाउनलोडिंग, अपलोडिंग एवं अन्य आवश्यक कार्य में सहयोग करने पर प्रति उपभोक्ता 7 रुपए की दर से राशि प्रदान की जाएगी.
इसे भी पढ़ें : पेट्रोल-डीजल और गेहूं के बाद चीनी और खाने के तेल की कीमत पर लगाम कसने की कवायद, मोदी ने लिया यह अहम फैसला…
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक