खरगोन. मध्यप्रदेश के युवा इंजीनियर ने एक ने ऐसा स्पीड ब्रेकर बनाया है, जिस पर से वाहन के गुजरने के दौरान वाहन चालक को कोई झटका नहीं लगाता है. जी हां चौंकिए मत.. हम बात कर रहे हैं थ्रीडी स्पीड ब्रेकर की. यह थ्री डी स्पीड ब्रेकर दूर से देखने में तो ब्रेकर जैसा ही दिखता है, लेकिन इस पर से गुजरने पर झटका नहीं लगता है.

यूरोप की सड़कों पर बने थ्री डी स्पीड ब्रेकर का वीडियो देख मिला आईडिया

इस युवा इंजीनियर का नाम दीपक यादव है जो कि मध्यप्रदेश के खरगोन जिले का रहने वाला है. जिसने यूरोप की सड़कों पर बने थ्री डी स्पीड ब्रेकर का वीडियो देखकर शहर की सड़कों पर भी इन्हें उकेर दिया. आर्किटेक्चर के सिद्धंतों के अनुरूप बनाए गए थ्री डी स्पीड ब्रेकर बहुत कम समय, कम लागत में बनने वाला और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं.

बता दें कि दीपक यादव शहर के गोकुलधाम कॉलोनी में रहते हैं और इंदौर के निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने थ्रीडी स्पीड ब्रेकर बनाने की शुरुआत कॉलेज कैम्पस से ही की थी. इसके बाद नगर निगम इंदौर ने भी यादव से कुछ स्थानों पर थ्री डी स्पीड ब्रेकर बनवाया है.

जेब्रा क्रॉसिंग को बदल सकते है थ्रीडी स्पीड ब्रेकर में

इंजीनियर दीपक यादव ने शहर के गायत्री मंदिर तिराहे पर इस तरह का स्पीड ब्रेकर बनाकर लोगों का ध्यान खींचा. दीपक ने कहा कि थ्री डी स्पीड ब्रेकर एक नवाचार है, जो नगर को स्मार्ट शहर में तब्दील करने का बेहतर विकल्प है. शहर में जहां भी जेब्रा क्रॉसिंग हैं, हम उन्हें थ्रीडी स्पीड ब्रेकर में परिवर्तित कर सकते हैं. ये जेब्रा क्रॉसिंग के साथ-साथ स्पीड ब्रेकर का भी काम करेगा.

सस्ता और सुरक्षित है थ्रीडी स्पीड ब्रेकर

दीपक की मानें तो उन्हें एक थ्री डी स्पीड ब्रेकर बनाने में करीब तीन घंटे का समय लगा है और इस पर लगभग 1 हजार रुपए खर्च आया है. यादव ने बताया कि डामर या अन्य सामग्री से बनने वाले स्पीड ब्रेकर बनाने में ज्यादा वक्त, लागत और मटेरियल लगता है. इन्हें सड़क निर्माण के दौरान ही बनाना संभव है. ये वाहनों की क्षति और कई बार हादसों के लिए भी सर्वाधिक जिम्मेदार होते हैं. वहीं थ्री डी स्पीड ब्रेकर समतल सतह पर बनाई हुई उभरी हुई रचना का भ्रम पैदा करती है, जिससे वाहन चालक रुकने को विवश होगा.

प्रयोग सफल रहा तो शहर के अन्य मार्गों बनाया जायेगा थ्रीडी स्पीड ब्रेकर

नगर पालिका के स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते ने बताया कि गायत्री मंदिर तिराहे पर प्रयोग के तौर पर थ्री डी स्पीड ब्रेकर बनवाया गया है. प्रयोग सफल रहा, तो शहर के अन्य मार्गों पर भी इसी प्रकार के स्पीड ब्रेकर बनवाए जाएंगे. प्रकाश ने बताया कि फायबर, धातु और डामर से बनने वाले स्पीड ब्रेकर निर्माण में करीब 20 हजार रुपए का खर्च आता है.