नई दिल्ली. ऑनलाइन एक अनियंत्रित सेक्टर रहा है, जो कमाई के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड की बड़ी वजह बन रहा है. ऐसे में सरकार ऑनलाइन गेमिंग पर बड़ा फैसला लिया है.

तीन तरह के ऐसे गेम्स जो यूजर्स को नुकसान पहुंचाती है या पहुंचा सकी है, पर बैन लगा दिया जाएगा. सरकार ने कहा है कि हम ऐसे गेम्स की परमिशन नहीं दे सकते. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि हमने पहली बार ऑनलाइन गेमिंग को लेकर एक रूपरेखा तैयार की है, उसमें हम देश में 3 तरह के खेलों की परमिशन नहीं देंगे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे खेल जिनमें सट्टेबाजी शामिल है या यूजर्स के लिए हानिकारक हो सकता है और जिसमें लत का एक कारक शामिल है, देश में प्रतिबंधित किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हालांकि उन खास गेम्स की कोई लिस्ट अभी जारी नहीं की है. देश-विदेश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें बच्चों में या किसी व्यक्ति में गेम्स की लत ने उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 150 से ज्यादा वेबसाइट और यू-ट्यूब आधारित न्यूज चैनल्स को बैन कर दिया है. साल 2021 से चल रही इन वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगाने को लेकर मंत्रालय का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इन प्लेटफॉर्म्स पर पिछले 2 सालों से भारत-विरोधी कंटेट पेश किया जा रहा था. अधिकारी के मुताबिक, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 69 ए के उल्लंघन के चलते इन वेबसाइट्स और चैनल्स को हटाया गया है.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले 2 सालों में 150 से अधिक वेबसाइट्स और यू-ट्यूब आधारित न्यूज चैनल्स को ‘भारत विरोधी’ सामग्री बनाने के लिए हटाया गया है. जिन यू-ट्यूब चैनलों के करीब 12.1 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स थे और कुल मिलाकर 1324.26 मिलियन से ज्यादा व्यूज थे. जिन चैनलों को हटाया गया उनमें खबर विद फैक्ट्स, खबर तैज, इंफॉर्मेशन हब, फ्लैश नाउ, मेरा पाकिस्तान, हकीकत की दुनिया और अपनी दुनिया के नाम शामिल हैं.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय समय-समय पर कई यू-ट्यूबस चैनलों को चेतावनी भी देता रहा है कि झूठी खबरों और भारत की संप्रभुता को खतरे में डालने वाली साम्रगी न पेश की जाए, जिसके चलते अब मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए ऐसे चैनलों को हटा ही दिया है.