नई दिल्ली. एनसीआर से दिल्ली में चलने वाली स्वच्छ ईंधन संचालित बसों को ही नवंबर से प्रवेश की इजाजत दी जाएगी. केंद्रीय गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एनसीआर के राज्यों को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने को कहा है.

एक नवंबर से इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-6 मानकों वाले डीजल इंजन वाले वाहनों को ही दिल्ली में प्रवेश मिलेगा. फिलहाल यह पाबंदी एनसीआर के जिलों से शुरू होकर दिल्ली पहुंचने वाली बसों के लिए हैं. केंद्रीय गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से इस संबंध उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली को पत्र लिखा गया है. इसमें इन राज्यों को इसी अनुसार प्रबंध करने को कहा गया है.

प्रदूषण में वाहनों की हिस्सेदारी 42 फीसदी दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों के धुएं की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. अलग-अलग शोध बताते हैं कि दिल्ली की हवा में वाहनों के धुएं से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 42 फीसदी तक रहती है. ऐसे में बसों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने से कुछ राहत की उम्मीद है.