रायपुर। विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से प्रदेश में पुलिस प्रताड़ना में मौतों का मामला गूंजा. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बृजमोहन अग्रवाल ने पुलिस अभिरक्षा में मौतों का मामला उठाया.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मारपीट कर पुलिस ने शव को फांसी पर लटका दिया. पंकज बेक मामले से लेकर दूसरे प्रकरणों का नेता प्रतिपक्ष ने हवाला देते हुए सरकार पर पुलिस अभिरक्षा में हुई मौतों के मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया.

मंत्री ने जानकारी दी कि जिस मौत का नेता प्रतिपक्ष उल्लेख कर रहे उन्होंने थाने के बाथरूम में फांसी लगाई. पुलिस अभिरक्षा में मौतों के मामले में हम किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. जिन मामलों में न्यायिक जांच चल रही है, उसमें सभी का बयान भी होगा. किसी को बचाने का सवाल ही नहीं है. नेता प्रतिपक्ष ने प्रताड़ना में हुई मौत के मामले में परिवार को 25 लाख की राशि देने की मांग की.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अश्विनी मानिकपुरी की पुलिस अभिरक्षा में हत्या हुई है. कभी पुलिस अभिरक्षा में रखे जाने पर बेल्ट अंगूठी घड़ी निकलवा लिया जाता है. ऐसे में बेल्ट से आत्महत्या करने की बात गलत है. बेल्ट से कैसे कोई फांसी लगा सकता है. बृजमोहन अग्रवाल ने गलत जानकारी देने का आरोप लगाया.

मंत्री ने कहा कि मृतक के बाथरूम जाने के समय उसका जीजा वहां मौजूद था. बाॅडी बाहर निकाले जाने के समय भी मौजूद था. मामले में न्यायिक जांच की जा रही है. जांच के बाद ही सभी तथ्य सामने लेंगे. बृजमोहन अग्रवाल ने मृतक के गरीब परिवार से होने का आरोप लगाते हुए परिजनों को आर्थिक सहायता देने का आरोप लगाया.