नई दिल्ली। संसद में मणिपुर पर बने गतिरोध के बीच बुधवार को सरकार के खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार की रात को इस बात का एलान करते हुए कहा कि सुबह 10 बजे लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस सौंपा जाएगा. इस बीच पार्टी ने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है.

लोकसभा में मोदी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है, जिसकी वजह से अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है, लेकिन इस प्रस्ताव के जरिये विपक्ष प्रधानमंत्री को घेरना चाह रहा है. अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री को जवाब देना होता है, वहीं मणिपुर पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह जवाब देंगे.

वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन अगर वे ऐसा कर रहे हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि पिछली बार जब वे अविश्वास प्रस्ताव लाए थे, तो भाजपा 300 से अधिक सीटों के साथ मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई थी. इस बार अविश्वास प्रस्ताव लाए तो हमें 350 से अधिक सीटें मिलेंगी.

17वीं लोकसभा में अभी आया अविश्वास प्रस्ताव

17वीं लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अभी तक विपक्ष ने एक भी बार अविश्वास प्रस्ताव लेकर नहीं आई है. अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में कोई भी सांसद पेश कर सकता है. प्रस्ताव सूचीबद्ध होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष सदन के भीतर इसकी जानकारी देंगे और उसी समय कम से कम 50 सांसदों को प्रस्ताव के समर्थन में हामी भरनी होगी.