भोपाल। झारखंड के गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल बनाए जाने पर जैन समाज में भारी आक्रोश है। बुधवार को सड़कों पर उतरकर जैन समाज इसका विरोध जता रहा है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, कटनी, सागर, नरसिंहपुर के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में जैन समाज के लोग अपनी दुकानें बंदकर विरोध कर रहे हैं। अशोकनगर में मंडन कराकर विरोध जताया गया।

टेरर टैक्स नहीं देने पर तोड़फोड़: पेट्रोल पंप कर्मचारी से मांगा 20 हजार, पैसे नहीं देने पर की गाली गलौज और धक्का मुक्की, मामला दर्ज

ग्वालियर में भी आज महाबंद का आव्हान करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। शहर के अलग अलग इलाको में विरोध प्रदर्शन और बाइक रैली निकाली गई। जैन समाज ने भारत सरकार और झारखंड सरकार से मांग की है कि तत्काल श्री सम्मेद शिखरजी तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल की सूची से अलग किया जाए। जैन समाज का आरोप है कि श्री सम्मेद शिखरजी उनका पवित्र और श्रद्धा तीर्थ स्थल है, जहां उनके समाज के लोग नंगे पैर कई किलोमीटर की यात्रा कर दर्शन करने जाते हैं, यदि वहां पर पर्यटन स्थल बना तो लोग उस तीर्थ स्थल का अपमान करेंगे। कई अनैतिक कार्य भी वहां पर शुरू हो सकते हैं।

दूध मांगोगे खीर देंगे, शिखर जी मांगोगे चीर देंगे

कटनी में जैन समाज के लोगों ने थाना चौराहे के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान समाज के लोगों ने दूध मांगोगे खीर देंगे, शिखर जी मांगोगे चीर देंगे.. के नारे भी लगाए।

कटनी में लगे नारे

जैन समाज ने दिया ज्ञापन

रायसेन जिले के बरेली में जैन समाज ने जुलूस निकाला और एसडीएम मुकेश सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में जैन समाज ने मांग की सम्बेद शिखर जी झारखंड को पर्यटन स्थल घोषित कर जैन समाज के साथ धार्मिक कुठाराघात किया जा रहा है।

देपालपुर में भी जैन समाज ने व्यापार बन्द कर जयस्तम्भ चौक पर इकठ्ठा हुए और यहां से रैली निकलकर एसडीएम कार्यालय में जाकर एसडीएम रवि वर्मा को पीएम मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा। समाजजनों ने बताया कि अनंत संतों की मोक्ष स्थल श्री सम्मेद शिखरजी पारसनाथ पर्वत राज गिरी डीह झारखंड की स्वतंत्र पहचान पवित्रता और संरक्षण हेतु श्री सम्मेद शिखर जी बचाओ आंदोलन के समर्थन में विशाल पैदल रैली निकाली गई और हजारों लोगों ने देपालपुर अनुविभागीय अधिकारी को भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

झारखंड सरकार के फैसले का किया गया विरोध

नरसिंहपुर जिले में भी तीर्थराज सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के फैसले के विरोध में जैन समाज ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। जिले के करेली, गोटेगांव, गाडरवारा, तेंदूखेड़ा सहित सभी स्थानों पर बंद का खासा असर देखा जा रहा है।

मुंडन कराकर जताया विरोध

अशोकनगर में भी जैन समाज ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर प्रदर्शन किया। इस दौरान जैन समाज के युवाओं ने मुंडन करा कर विरोध दर्ज कराया है। इससे पहले 17 दिसंबर को भी जैन समाज ने मौन रैली निकालकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था।

सागर में बंद का मिला जुला असर

सागर में भी नगर बंद कर हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग सड़कों पर उतरें। इस दौरान समाज के लोगों ने अन्य दुकानदारों से भी निवेदन किया कि वे इस बंद में जैन समाज का साथ दें। इसके साथ ही जैन समाज शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को ज्ञापन दिया।

जबलपुर में जैन समाज का विरोध प्रदर्शन

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus