हैदराबाद। न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में आंध्र प्रदेश में मिल रहे कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर मची दहशत के बीच आंध्रप्रदेश के कोविड कमांड सेंटर के प्रमुख डॉ. केएस जवाहर रेड्डी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि रिसर्च डाटा यह साबित नहीं करता है कि N440K (आंध्र वैरियंट) ज्यादा खतरनाक है.

डॉ. जवाहर रेड्डी ने कहा कि यह स्ट्रेन N440K दिसंबर 2020, जनवरी और फरवरी 2021 में ज्यादा सक्रिय था. मार्च में इसमें तेजी से कमी आई है, और अब मिल रहे कोरोना पॉजिटिव में इनकी संख्या कम है. वर्तमान समय में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में B.1.617 और B.1 स्ट्रेन मिल रहे हैं, जो ज्यादा खतरनाक हैं. डॉ. रेड्डी ने इस जानकारी को शेयर करने के साथ मीडिया से N440K स्ट्रेन के संबंध में खबर बनाते समय एतहियात बरतने की अपील की है.

बता दें कि आंध्र प्रदेश के N440K स्ट्रेन को लेकर छत्तीसगढ़ में दहशत का माहौल है. राज्य सरकार के आगाह करने के बाद आंध्र प्रदेश से लगी बस्तर की सीमा को सील कर आने वाले लोगों की कोरोना जांच कर प्रवेश दिया जा रहा है. कल बिना टेस्ट दो मजदूरों के बस्तर में प्रवेश पर कलेक्टर रजत बंसल ने नाराजगी जताई, तो वही लापरवाही को रोकने खुद सुकमा कलेक्टर ने आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर मोर्चा संभाल लिया है.

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