रायपुर. सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च गवर्नेमेंट ऑफ इंडिया के मुख्य संशोधक डॉक्टर रामदास गंभीर ने बताया कि मानव विज्ञान विभाग द्वारा तीन दिवसीय नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य कि हम सतत विकास कैसे सार्थक करें. हम विकास कर रहे हैं, हम टेक्नोलॉजिकली भी एडवांस है इसके बावजूद भी विकास प्रक्रिया में बहुत सारी समस्याएं आ रही है, जैसे गरीबी, कुपोषण, शिक्षा. टेक्नोलॉजी सभी समस्याओं का समाधान नहीं है. इलेक्ट्रिसिटी, पानी बस यही सब पाकर हमारा विकास पूरा नहीं होगा. मनुष्य का स्वस्थ होना भी जरूरी है तभी विकास पूर्ण होगा. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के हमारे संविधान का थीम है सस्टेनेबल डेवलपमेंट.

बहुत सारी चीज़ों में ये देखा जा रहा है कि हम इतिहास में आगे बढ़े हैं, लेकिन हम एक बार फिर से इतिहास की तरफ जा रहे हैं. पहले हमारा जीवन सरल था. आज हमें डायबिटीज, हार्ट अटैक जैसी बहुत सारी समस्याएं आ रही है. इसलिए विकास की प्रक्रिया में सुधार की जरूरत है.

डॉक्टर शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि सेमिनार में 11 राज्यों से लोग आए हुए और विभिन्न राज्यों से आए हुए 152 रिसर्च पेपर को पढ़ा जाएगा. सभी रिसर्च पेपर को 10 थीम के अंदर विभाजित किया हुआ है. जिसमें हेल्थ एंड डेवलपमैट, न्यूट्रीशियन स्टेटस  आदि विषय पर मंथन जारी है. साथ ही कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा नरवा, गुरवा, घुस्र्वा, बाड़ी पर जो कार्यक्रम चलाया गया है. इस पर भी एक विशेष सत्र रखा गया है. इसके भी कई रिसर्च भी आए हैं आज उनका प्रस्तुतिकरण भी होगा.

सेमिनार का उद्देश्य यह है कि विकास की दौड़ में जिस तरीके से हम आगे बढ़ रहे हैंस, इससे हम कहीं ना कहीं प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. अब समय आ गया है कि हम अपने अस्तित्व की लड़ाई को लड़ते जा रहे हैं. मानव के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जिस तरीके के विकास की आवश्यकता है, वह विकास अभी हो नहीं रहा है इसीलिए प्रकृति को इतना नुकसान पहुंचाया जा रहा है कि हम विनाश की कगार पर है. सतत विकास कैसे किया जाए इस पर सेमिनार में चर्चा जारी है.