रायपुर. भगवान श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार ने राष्ट्रीय रामायण महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई है. रायगढ़ के राम लीला मैदान में 1 से 3 जून तक आयोजित इस महोत्सव के लिए देश के विभिन्न राज्यों से झांकियों को आमंत्रित किया गया है, जिसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ को भगवान श्रीराम का ननिहाल कहा जाता है. राज्य की संस्कृति से जुड़े इस अहम आयाम को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने उनसे जुड़े कार्यक्रमों को आयोजित कर रही है. इस कड़ी में वार्षिक कौशल्या महोत्सव भी मनाया जा रहा है, साथ ही भगवान श्रीराम की यात्रा से जुड़े स्थलों को एक क्रम में व्यवस्थित कर ‘राम वन गमन पथ’ के रूप मान्यता देने का कार्य भी राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है.

इसी कम में राज्य शासन द्वारा प्रथम राज्य स्तरीय रामायण मानस मंडली प्रतियोगिता 08 अप्रैल से 10 अप्रैल 2022 को जांजगीर-चांपा जिला के शिवरीनारायण में आयोजित किया गया एवं द्वितीय राज्य स्तरीय रामायण मानस मंडली प्रतियोगिता का आयोजन 16 फरवरी से 18 फरवरी को गरियाबंद जिला के राजिम में आयोजित किया गया, जिसमें वियतनाम व श्रीलंका जैसे विदेशी सांस्कृतिक दलों ने भी अपनी प्रस्तुतियाँ दी थीं.

इसी कड़ी में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. यह एक प्रकार का प्रतियोगिता वाला कार्यक्रम होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों से रामायण “झांकी प्रदर्शन” समूह के प्रतिनिधि मंडल को आमंत्रित किया गया है. नृत्यनाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्यकाण्ड पर आधारित होगा.

इन राज्यों को किया गया है आमंत्रित

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप के एलजी एडमिरल डीके जोशी, चंड़ीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के अलावा लद्दाख, दादरा-नगर हवेली और दमन दीव सहित अन्य राज्यों के प्रमुख को पत्र लिखा गया है.