हेमंत शर्मा,रायपुर। एक दिन की बारिश से राजधानी के धान खरीदी केंद्रों का बुरा हाल हो गया है. मिट्टी गीला होने के कारण समितियों में धान की खरीदी बंद कर दी गई है. समितियों में पानी भरने के कारण किसान धान नहीं बेच पा रहे हैं, उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि पहले से खरीदे गए धान को सुरक्षित बचा लिया गया है, जिससे धान गीला नहीं हुआ है.

रायपुर के दतरेंगा, भाठागांव, बोरिया, टाटीबंध और सेजबहार स्थित मंडियों में जमीन गीली होने के कारण तौलाई बंद कर दी गई है. सहकारी समितियों में भारी अव्यवस्था से किसान परेशान है. दो सालों से जमीन के पक्कीकरण की मांग हो रही है, लेकिन अभी तक मांग पूरी नहीं हुई है. धान खरीदी 15 फरवरी तक ही होना है. मौसम ठीक होने के बाद ही जमीन के सूखने की संभावना है. जमीन सूखने में चार से पांच दिन तक का समय लग सकता है.

दतरेंगा स्थित धान खरीदी केंद्र समिति के लोगों का कहना है कि खराब मौसम के कारण अभी धान खरीदी बंद हो गया है. पानी भर गया है जिससे तौलने में दिक्कत हो रही है. जमीन को सूखने में समय लगेगा इसलिए तीन चार दिन बाद धान खरीदी फिर शुरू हो पाएगी. यहां का टोकन 200 से 300 क्विंटल ही बचा है. जिस हिसाब से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उस हिसाब से अगर जमीन की पक्की की व्यवस्था हो जाये तो अच्छा रहेगा.

इधर किसानों का कहना है कि मौसम खुलेगा तभी यह जमीन ठीक से सूख पाएगी. जब तक जमीन गीला रहेगा गाड़िया नहीं आ पाएगी. यहां पर फड़, छपरी बनाना चाहिए. अगर यह धान खरीदने आएंगे और बारिश होगी तो बैठेंगे कहा. कोई व्यवस्था नहीं है व्यवस्था करनी चाहिए.