नवरंगपुर सीमा में चार पहिया आवाजाही वाले सभी रास्तों पर पुलिस की तगड़ी निगरानी है, इसलिए 10 एकड़ जमीन का मालिक मजदूरों के साथ नदी के रास्ते ओड़िशा से धान लाकर नदी किनारे इकठ्ठा कर रहा था. अमलीपदर पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर दबिश दी. मौके पर 47 बोरा अवैध धान जब्त किया गया.
पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबन्द। अमलिपदर पुलिस ने आज ओड़िशा के नबरंगपुर को जोड़ने वाली तेलनदी के तट पर 47 पैकेट धान जब्त किया है. थाना प्रभारी नवीन राजपूत ने बताया कि पानीगांव से लगभग 1 किमी दूरी पर तेल नदी का यह तट लगा हुआ है, जिसके दूसरे छोर में ओड़िशा का अनका बेड़ा ग्राम पड़ता है. यहीं से ही पानिगांव का किसान सुंदर यादव द्वारा धान लाकर नदी तट पर एकत्र किया गया था. सूचना मिलने पर आरक्षक रिजवान कुरैशी, हेमन्त गावड़े व दिनेश यादव पहुंचे. किसान सुंदर यादव दो मज़दूरों के साथ ओड़िशा छोर से पैदल स्वयं पीठ में लादकर व साइकिल सवार मजदूरों के सहारे धान एकत्र कर रहा था. जिसे जब्त कर राजस्व विभाग के हवाले कर दिया गया है.
वाहन आवाजाही वाले रास्तों पर पुलिस की निगरानी
सीमा पार से धान रोकने एसपी भोजराज पटेल ने अपने पूरे सिस्टम को अलर्ट मोड पर रखा हुआ है,जो सीमा पर अलर्ट है. इस इलाके में बिरिघाट वे धुरूवापारा के पास दो चेक पोस्ट भी है, इसके अलावा लगातार अवैध धान परिवहन करने वाले चारपहिया वाहनों पर कार्रवाई हुई है. इसी वजह धान लाने वाले नई नई तरकीब से धान ला रहे है. दो माह पहले भी इसी तरह नदी से धान पार करते पुलिस ने पकड़ा था, पर इस बार सूनसान वाले घाट पर डंपिंग करना शुरू कर दिए थे.
ओड़िशा के किसानों से 1600 में खरीद रहे
सुंदर यादव के पास 10 एकड़ जमीन है, जिस पर अब तक 80 क्विंटल धान बेच दिया है. 15 क्विंटल औसत दर से उसे 70 क्विंटल की जुगत करना था. किसान ने बताया कि इस बार फसल आधा भी नहीं हुआ. उसने बताया कि सिर्फ वही नहीं, 20 एकड़ रकबे का मालिक भी इसी तरह धान जुटाने में जुड़ा हुआ है. बताया कि वाहन वाले तैयार नहीं हो रहे. नदी तट पर ओड़शा वाले 1600 रुपये में लाकर दे रहे. मंडी तक पहुंचाने 100 रुपये का खर्च है. यही धान 2500 रूपए में समर्थन मूल्य में बिक जा रहे हैं.