रायपुर। दिग्विजय सिंह रायपुर से रवानगी की तैयारी में थे. वे अपनी पत्नी के साथ स्टेशन पहुंच चुके थे. कांग्रेस के नेता उन्हें छोड़ने गए थे. तभी स्टेशन में ऐसा कुछ हुआ कि वह राजनीतिक गलियारे की सबसे बड़ी खबर बन गई. जी हां कुछ ऐसा कि जिसने में उस दृश्य को देख वे चौंक गए. कुछ ऐसा कि जिसने भी दिग्विजय और उन तीन नेताओं को कुछ कहते सुना चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया.

दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमरकंटक एक्सप्रेस के इंतजार में थे.  दूसरी ओर दिनभर कांग्रेसियों के मिलने के बाद जोगी कांग्रेस के तीन नेता गजराज पगारिया, इकबाल अहमद रिजवी और अब्दुल हमीद हयात दिग्विजय सिंह मिलने के इंतजार में. स्टेशन में तीनों नेताओं का इतंजार खत्म हो गया.

एक-एक कर पगारिया, रिजवी और हयात दिग्विजय सिंह मिले. स्टेशन में मौजूद रहने वाले कांग्रेस सुत्रों की माने तो तीनों नेताओं ने कहा कि राजा साहब हम तो आपके साथ है. आपसे हमारा रिश्ता आज भी वैसा ही. राजा साहब आपके प्रति हमारी आस्था अभी भी है.  दिग्विजय सिंह ने भी तीनों नेताओं से खुलकर मुलाकात की और जमकर बात की.  सुत्रों की माने तो दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी के लिए रात का खाना अब्दुल हमीद हयात नहीं पहुंचाया है.  वहीं कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने गजराज पगारिया का परिचय के लिए दिग्विजय सिंह से कहा कि ये आंचलिक पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष.

हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में गजराज पगारिया ने किसी तरह के राजनीतिक समीकरण से इंकार किया. लेकिन उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह उन्होंने और रिजवी व हयात ने मुलाकात की. पगारिया का कहना दिग्विजय सिंह काफी पुराना रिश्ता है इस नाते मुलाकात करने गए थे, किसी तरह का कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है.  राजनीति में वे जोगी के साथ है और उनके साथ ही रहेंगे.

वहीं इकबाल अहमद रिजवी ने कहा कि मुलाकत हुई और अच्छे बात हुई. उन्होंने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि चुंकि दिग्विजय सिंह ने उन्हें मध्यप्रदेश में पाठ्य पुस्तक निगम का अध्यक्ष बनाथा इसलिए उनके साथ बड़े व्यक्तिगत संबंध है. कांग्रेस अलग होने के बाद आज भी उनसे पुराने जैसे ही रिश्ता कायम है.

इस मुलाकात के बाद अब राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा जमकर है कि क्या कांग्रेस छोड़कर जोगी के साथ गए नेता किसी ना किसी नेता के सहारे वापसी की तैयारी कर रहे हैं. क्या जोगी के बेहद करीबी ये नेता दिग्विजय सिंह के प्रति अपनी आस्था जता जोगी का साथ छोड़ देंगे ?