दिल्ली. पाकिस्तान की हरकतों से पूरी दुनिया परेशान है. अब फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स ने उसको सुधरने के लिए चार महीने का वक्त दिया है.

एफएटीएफ से पाकिस्तान को फिलहाल किसी तरह की राहत नहीं मिली है. उसे ग्रे लिस्ट में ही रखा गया है. आतंक को पालने वाले पाकिस्तान को  27 बिंदुओं पर कार्रवाई करने के लिए फरवरी 2020 तक का समय दिया गया है.

टास्क फोर्स ने कहा है कि अगर वह इस समयावधि तक आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग पर ठोस कार्रवाई नहीं करता है तो एफएटीएफ उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लैक लिस्ट में डाल देगा. इस बात की प्रबल संभावना है कि वह फरवरी 2020 में ब्लैकलिस्ट हो सकता है.
चीन, तुर्की और मलयेशिया के समर्थन की वजह से पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में ही है.