दिल्ली. भारत से युद्ध करने की चाह रख रहा पाकिस्तान और कंगाल हो गया है। पाकिस्तानी रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले काफी निचले स्तर पर चला गया है। इतना ही नहीं पाक के पास पेट्रोल-डीजल खरीदने के लिए पैसा नहीं बचा है।
पाकिस्तान में बुधवार को रुपया 139.25 के स्तर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण पाकिस्तान को ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ रही है। इसके साथ ही सोने की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली। पाकिस्तान में बुधवार को सोना 70 हजार रुपये प्रति 11 ग्राम बिक रहा था।
युद्ध की आशांका के बीच पाकिस्तान में विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं। इस वजह से डॉलर की मांग काफी बढ़ गई है। इसलिए रुपया लगातार गिर रहा है। बैंक भी विदेशी निवेशकों को डॉलर में भुगतान कर रहे हैं।
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घटता जा रहा है। देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए महंगा कच्चा तेल डॉलर में खरीदना पड़ रहा है। अभी कच्चा तेल 65 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। अगर 10 दिन तक कच्चे तेल की कीमतों में उछाल बना रहा तो फिर रुपया 142 रुपये प्रति डॉलर तक गिर सकता है। इससे पाकिस्तान की हालत और गंभीर हो सकती है।
पाकिस्तानी निवेशकों ने पिछले दो दिन में 9,41,294 डॉलर के शेयर बेच दिए हैं। इसके चलते कारोबारियों ने कुछ देर के लिए पूरी तरह से विनिमियन व्यापार को रोक दिया था।