भानुप्रतापुर/कोरबा। सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग को लेकर पंचायत के सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. प्रदर्शन के 15 दिन पूरे होने पर भी सरकार की ओर से कोई संकेत नहीं मिला है. इस बीच हड़ताली सचिव ने भैंस के आगे बीन बजाकर नाराजगी जताई.

प्रदेश और केंद्र सरकार की ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कराने की जिम्मेदारी पंचायत सचिव को मिली हुई है यह वर्ग खुद को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग लंबे समय से कर रहा है बार-बार आश्वासन जरूर मिला लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया. इस बार पंचायत सचिव ने इसी मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है. एक पखवाड़ा पूरा होने पर भी सरकार ने इस मांग को लेकर किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखाई.

इससे परेशान होकर सचिवों ने भानुप्रतापपुर में भैंस के आगे बीन बजाकर आंदोलन को अनोखा रूप देने की कोशिश की. सचिव संघ यह बताने की कोशिश की उनके द्वारा किए जा रहे मांग पर सरकार पर कोई असर नहीं हुआ है.

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कोरबा में तानसेन चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे पंचायत सचिवों ने एक भैंस को मौके पर लाने के साथ उसे माला पहनाई, नेताओं के पोस्टर लगाएं और उसके सामने बीन बजाई. इसके जरिए यह बताने का प्रयास किया गया कि अकर्मण्य लोगों के सामने चाहे कुछ बचा लो असर होता ही नहीं है. पंचायत सचिव संघ के जिला अध्यक्ष धरमलाल भारद्वाज ने बताया कि उनके प्रदर्शन को 15 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. 12 जनवरी से वे भूख हड़ताल प्रारंभ करेंगे. पंचायत सचिव का कहना है कि जब दूसरे कर्मचारियों की मांगों को सरकार सुन सकती हैं और उनके लिए फंड उपलब्ध करा सकती है तो पंचायत सचिव की मांगों के प्रति इतनी बेरुखी आखिर क्यों.

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