Bihar News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य द्वारा जातिगत व्यवस्था को खत्म करने की वकालत करने को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि, रामभद्राचार्य कौन हैं? हमको नहीं पता है। सांसद ने आगे कहा कि, ये अंधा, काना, बहरा, गूंगा, इन लोगों का इलाज अंबेडकरवादी विचारों से होगा। अंबेडकर पहले ही कह चुके हैं कि हम वसुदेव कुटुंब और सनातन वाले लोग हैं। धार्मिक वाले लोग नहीं हैं।

आरक्षण को कोई छू नहीं सकता-जदयू

हालांकि रामभद्राचार्य के इस बयान पर विवाद बढ़ता देख जदयू अरविंद निषाद ने बीजेपी कोटे के मंत्री के बयान से किनारा करते हुए कहा कि कौन क्या कहता है? मैं यह नहीं जानता। आरक्षण को कोई छू नहीं सकता है। यह देश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान से चलेगा।

राजद प्रवक्ता का बयान

वहीं, राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि, यह दलितों पर, अति पिछड़ों पर, वंचितों पर अत्याचार करना चाहते हैं। एससी-एसटी एक्ट की वजह से दलितों पर अत्याचार कम हुए हैं। इन लोगों के बयान बताते हैं कि आरएसएस और बीजेपी वाले क्या सोच रखते हैं।

जाति खत्म होने पर खत्म हो जाएगा धर्म- नवल किशोर

जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बयान पर भाजपा एमएलसी नवल किशोर यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि, हर व्यक्ति की अपनी राय होती है। रामभद्राचार्य जी के अपने विचार होंगे और जाति-आधारित संस्थाएं कभी खत्म नहीं हुई हैं और न ही खत्म होंगी। अगर जाति व्यवस्था खत्म हो गई, तो धर्म भी खत्म हो जाएगा। जब तक धर्म के बंधन रहेंगे, तब तक जाति के बंधन भी रहेंगे। एससी/एसटी अधिनियम जो हैं, वो भारत का संविधान नहीं है।

ये भी पढ़ें- बिहार में कांग्रेस में बबाल के बाद अब दिल्ली में राहुल गांधी से मिलेंगे पार्टी के नाराज नेता, कल से शुरू होगा संविधान बचाव कार्यक्रम