Parenting Tips : कामकाजी माएं कई परिवारों की रीढ़ होती हैं, जो बखूबी काम और घर की जिम्मेदारियों को संभालती हैं. बच्चों के आने के बाद यह संतुलन बनाना और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है. नौकरी, घर के काम और बच्चों की परवरिश को एक साथ संभालना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में, पार्टनर और परिवार का सहयोग तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन साथ ही, कामकाजी माताएं अपने बच्चों को जरूरी जीवन कौशल सिखाकर खुद को और अपने बच्चों को सशक्त बना सकती हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि बच्चों में आत्मनिर्भरता, समय प्रबंधन और बुनियादी घरेलू कामों को सीखने पर ध्यान दें.

बच्चों को उम्र के हिसाब से उपयुक्त काम सौंपना, जैसे कि मेज सजाना, कपड़े छाँटना या अपना कमरा साफ करना, उनमें जिम्मेदारी का भाव जगाता है और उन्हें भविष्य में आत्मनिर्भर बनने के लिए तैयार करता है. समय प्रबंधन का कौशल सिखाना उन्हें स्कूल के काम, शौक और घरेलू कामों को प्रभावी ढंग से संभालने की शक्ति देता है. अंततः अपने बच्चों को इन मूल्यवान जीवन कौशल से लैस कराकर, कामकाजी माताएं न केवल अपना बोझ कम करती हैं बल्कि अपने बच्चों को जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने के लिए सशक्त बनाती हैं.

बच्चों को अपना खुद का काम करना सिखाएं (Parenting Tips)

वर्किंग मदर्स के लिए, बच्चों में आत्मनिर्भरता और समस्या-समाधान का कौशल विकसित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह उन्हें आत्मविश्वास प्रदान करता है और उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है. उम्र के अनुसार, बच्चों को धीरे-धीरे जिम्मेदारियां सौंप कर, आप उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं. उदाहरण के लिए, छोटे बच्चे अपने खिलौने खुद साफ कर सकते हैं, अपना बिस्तर लगा सकते हैं, या अपनी प्लेट मेज से हटा सकते हैं. जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, आप उन्हें अधिक जटिल कार्यों, जैसे कि अपना नाश्ता तैयार करना, घर के कामों में मदद करना, या छोटे भाई-बहनों की देखभाल करना सिखा सकती हैं.

बच्चों को फैसले लेने दें

बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता होती है. इसमें महत्वपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना भी शामिल है. जबकि छोटे बच्चे निश्चित रूप से जीवन के हर पहलू में निर्णय लेने के लिए तैयार नहीं होते हैं, आप उन्हें धीरे-धीरे छोटे-छोटे विकल्पों का सामना करके और उनमें से चयन करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, उन्हें अपने लिए कपड़े चुनने दें, वेकेंड की गतिविधियों का चयन करने दें, या दोस्तों के लिए उपहार चुनने दें. बेशक, गलतियां होंगी. यदि आपका बच्चा कोई गलत निर्णय लेता है, तो धैर्य रखें. उन्हें शांत रहकर समझाएं कि उन्होंने कहां गलती की और भविष्य में बेहतर निर्णय कैसे लिया जाए.

टाइम मैनेजमेंट सिखाएं

आज की व्यस्त दुनिया में, समय प्रबंधन एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है जो बच्चों को सफलता प्राप्त करने में मदद करता है. बच्चों को सिखाना कि वे अपना समय कैसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें, उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने, लक्ष्य निर्धारित करने और उन तक पहुंचने, और तनाव को कम करने में मदद करता है. आप अपने बच्चों को धीरे-धीरे उन्हें अपने लिए एक दैनिक या साप्ताहिक समय सारणी बनाने के लिए प्रोत्साहित करके शुरू कर सकते हैं. इसमें उन्हें स्कूल के काम, खेल, मनोरंजन और परिवार के समय के लिए समय आवंटित करना शामिल होना चाहिए. उन्हें प्राथमिकता देना और कार्यों को छोटे, अधिक प्रबंधनीय चरणों में तोड़ना सिखाएं. यह उन्हें अपने समय का अधिकतम लाभ उठाने और समय सीमा को पूरा करने में मदद करेगा.