सत्या राजपूत, रायपुर। निजी स्कूलों की मनमानी एक बार फिर उजागर हुई है. राजधानी रायपुर के बोरियाखुर्द स्थित Theresian Academy स्कूल पर बच्चों को फीस के लिए प्रताड़ित करने और एडमिट कार्ड न देने का गंभीर आरोप लगा है. स्कूल की मनमानी से परेशान पालक की अर्जी पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है. अब इस पर 14 फरवरी को सुनवाई होगी.

सेजबहार निवासी राघवेन्द्र साहू की दो बेटियां, आकाशी साहू (10वीं कक्षा, सेक्शन A) और अनोखी साहू (7वीं कक्षा, सेक्शन C) Theresian academy स्कूल बोरियाखुर्द में अध्ययनरत हैं. स्कूल में पूरे साल की फीस चार किस्तों में ली जाती है, जिसकी अंतिम किस्त जमा करने की समय-सीमा जनवरी-फरवरी स्कूल द्वारा निर्धारित किया गया है, अभी फरवरी का पूरा महीना बाकी है लेकिन फीस की अंतिम किस्त नहीं जमा होने के कारण मेरी बच्चियों के साथ ही स्कूल प्रबंधन द्वारा अन्य बच्चों को रोज परीक्षा में नहीं बैठने देने की धमकी दी जा रही है.

राघवेन्द्र साहू ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी आकाशी साहू की 10वीं की CBSE बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो रही है, जबकि छोटी बेटी अनोखी साहू की 7वीं की 17 फरवरी से परीक्षा है. स्कूल प्रशासन की ओर से धमकाया जा रहा है कि जब तक फीस जमा नहीं होगी, तब तक एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा और परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा.

पालक राघवेन्द्र साहू ने कहा कि फीस के लिए हम पेरेंट्स को ना कहकर सीधे बच्चों को प्रताड़ित किए जाने से परीक्षा के समय बच्चों का पढ़ाई से मन उचट रहा है. अभिभावकों की परिस्थितियां हर समय एक समान नहीं होती जिसके कारण फीस जमा करने में देरी जरुर हो जाती है. लेकिन फीस जमा करने की तय तिथि से भी पहले इस तरह स्कूल प्रबंधन द्वारा दबाव बनाया जाना गलत है. उन्होंने बताया कि दोनों बेटियां पढ़ाई में टॉपर लिस्ट में आती हैं. दोनों ही बच्चे क्लास 1 से इस स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं और हर साल फीस पेड होता आ रहा है. लेकिन इस तरह बच्चों को क्लास के साथ ही असेंबली में भी प्रताड़ित किया जाता है.

उन्होंने बताया कि जब स्कूल में जाकर मैंने प्रिंसिपल मैडम से इस बाबत बात की तो उनके द्वारा मुझे अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेने की बात कही गई. साथ ही कहीं भी शिकायत कर दीजिए. इस तरह की बातें कही गई.