पेरेस्थीसिया (Paresthesia) एक ऐसी अवस्था है जिसमें व्यक्ति को त्वचा पर झुनझुनी, चुभन, सुन्नता या रेंगने जैसी अनुभूति होती है. यह समस्या हाथ, पैर, उंगलियों या शरीर के अन्य हिस्सों में हो सकती है. यह लक्षण अस्थायी भी हो सकते हैं, जैसे लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहने पर. लेकिन अगर यह लगातार बने रहें, तो यह किसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकते हैं.

आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.

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Paresthesia

Paresthesia

पेरेस्थीसिया के मुख्य लक्षण

  • झुनझुनी (Tingling sensation): जैसे सुइयां चुभ रही हों.
  • चुभन या जलन: तेज चुभन या गर्माहट महसूस होना.
  • रेंगने जैसा एहसास: जैसे कोई कीड़ा त्वचा पर चल रहा हो.
  • सुन्नता (Numbness): छूने पर कुछ भी महसूस न होना.
  • कमज़ोरी या भारीपन: अंगों को हिलाने-डुलाने में कठिनाई होना.

पेरेस्थीसिया के संभावित कारण

कारणविवरण
नसों पर दबावएक ही मुद्रा में लंबे समय तक बैठे या लेटे रहने पर.
स्नायु विकार (Neuropathy)जैसे डायबिटिक न्यूरोपैथी.
सर्वाइकल या स्पाइनल डिस्क की समस्यागर्दन या रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ना.
विटामिन की कमीखासकर विटामिन B12 की कमी से.
माइग्रेन या स्ट्रोककभी-कभी झुनझुनी इन बीमारियों का भी संकेत हो सकती है.
ऑटोइम्यून रोगजैसे मल्टिपल स्क्लेरोसिस.
टॉक्सिन्स या दवाइयों के साइड इफेक्टकुछ दवाएं नसों को प्रभावित कर सकती हैं.

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पेरेस्थीसिया का निदान कैसे होता है?

  1. न्यूरोलॉजिकल एग्ज़ामिनेशन
  2. ब्लड टेस्ट (Vitamin B12, शुगर लेवल)
  3. MRI या CT स्कैन (अगर कोई गंभीर न्यूरोलॉजिकल कारण हो)
  4. EMG (Electromyography) और Nerve Conduction Test

इलाज कैसे किया जाता है?

इलाज पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि पेरेस्थीसिया का कारण क्या है:

  • विटामिन की कमी: सप्लीमेंट्स दिए जाते हैं.
  • डायबिटीज: शुगर लेवल कंट्रोल किया जाता है.
  • नस पर दबाव: फिजियोथेरेपी और सही पोजिशनिंग से राहत मिलती है.
  • दवाइयां: न्यूरोपैथिक पेन के लिए गैबापेंटिन जैसी दवाएं दी जाती हैं.

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

  • लक्षण 1–2 दिन से अधिक समय तक बने रहें.
  • झुनझुनी के साथ मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो.
  • अचानक बोलने, देखने या चलने में परेशानी हो.
  • सिरदर्द या चक्कर के साथ पेरेस्थीसिया हो.

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