रायपुर. दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी सचिवों और विधायकों को बर्खास्त करने की मांग तेज हो गई है. कांग्रेस आज बर्खास्तगी की मांग को लेकर चुनाव आयोग पहुंची हुई है. कांग्रेस की मांग है कि छत्तीसगढ़ के 11 संसदीय सचिवों और 18 विधायकों को बर्खास्त किया जाए. कांग्रेस ने इस संबंध में  राज्यसभा चुनाव और 11 संसदीय सचिवों सहित लाभ के पदों पर विराजमान भाजपा के 18 विधायकों को बर्खास्त करने के लिये ज्ञापन दिया.

प्रतिनिधिमंडल में शामिल रमेश वर्ल्यानी ने बताया कि इन लोगों ने चुनाव आयोग से चर्चा में कहा है कि जो संसदीय सचिव हैं. उन्हें वोट देने से रोका जाए या फिर जब तक चुनाव आयोग का फैसला ना आ जाए चुनाव स्थगित कर दिया जाए.

गौरतलब है कि बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार सरोज पांडेय को अयोग्य घोषित करने की मांग कांग्रेस ने की है. कांग्रेस का आरोप है कि संसदीय सचिवों की विधायकी को लेकर हाईकोर्ट में मामला लंबित है. लिहाज़ा, उनके नामांकन को रद्द किया जाए. क्योंकि उनका हर नामांकन में प्रस्तावक एक संसदीय सचिव है.

गौरतलब है कि ससंदीय सचिवों के हाईकोर्ट में चल रहे मामले को लेकर हाईकोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में उनके काम करने को लेकर रोक लगा रखी है. इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है और इंतज़ार अंतिम फैसले का है.

चुनाव आयोग से मिलने वालों में छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक दल के नेता टी एस सिंहदेव, उपनेता कवासी लखमा, राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा, कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार लेखराम साहू, सत्यनारायण शर्मा, अमितेश शुक्ल, डॉ शिव डहरिया, अमरजीत भगत, चुन्नीलाल साहू, संतराम नेताम शामिल हैं.