स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन लोगों को याद किया, जो विभाजन के दौरान प्रभावित हुए थे. उन्होंने कहा कि आज का दिन विभाजन से प्रभावित लोगों के साहस को श्रद्धांजलि देने का दिन है. जिन्होंने विभाजन का दंश झेला और फिर से अपने जीवन की शुरुआत की. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन ने 1947 में आज ही के दिन भारत का बंटवारा किया, जिसके बाद पाकिस्तान के तौर पर एक नए देश का जन्म हुआ.
PM मोदी ने कहा, “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर हम उन लोगों को याद कर रहे हैं, जो विभाजन की भयावहता से प्रभावित हुए और बहुत ज्यादा दुख झेला. ये उनके साहस को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है, जो इंसान के उबरने की ताकत को दिखाता है. विभाजन से प्रभावित बहुत से लोगों ने अपने जीवन को फिर से शुरू किया और अपार सफलता हासिल की. आज हम अपने देश में एकता और भाईचारे के बंधन की सदैव रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराते हैं.”
अमित शाह ने विभाजन से प्रभावित लोगों को याद किया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस के मौके पर X पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा, “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर उन लाखों लोगों को मेरी श्रद्धांजलि, जिन्हें विभाजन के दौरान अमानवीय पीड़ा झेलनी पड़ी. कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी तो कई लोग बेघर हो गए.” उन्होंने आगे कहा, “जो राष्ट्र अपने इतिहास को याद रखता है वह अपना भविष्य बना सकता है और एक शक्तिशाली देश के तौर पर उभर सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस दिन को मनाना राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में एक मूलभूत अभ्यास है.”
क्या है विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस?
1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो उस वक्त लोगों को काफी ज्यादा दुख उठाना पड़ा. बंटवारे के बाद बड़े पैमाने पर दंगे हुए, जिसकी वजह से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा. इसमें सैकड़ों लोगों की जानें भी गईं. प्रधानमंत्री मोदी ने विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को याद करने के लिए 2021 में ऐलान किया कि हर साल 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जाएगा.
PM मोदी ने इस दिन का ऐलान करते हुए कहा था कि 14 अगस्त उन तमाम लोगों के संघर्षों और बलिदान की याद में मनाया जाएगा, जिन्होंने बंटवारे का दंश झेला. उन्होंने कहा था कि बंटवारे के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है.
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