प्रतीक चौहान. रायपुर. रायपुर रेलवे स्टेशन में रोजाना यात्रियों के साथ ठगी हो रही है. इसी ठगी को जोड़ा जाए तो ये लाखों में पहुंच जाएगी और सही तरीके से इसकी जांच हो जाए तो एक बड़ी जीएसटी चोरी का मामला भी सामने आ जाएगा. रायपुर रेलवे स्टेशन में यदि कोई पैसेंजर अपनी दुपहिया वाहन बुक करने जाए तो पार्सल ऑफिस के बाहर श्री राधास्वामी कारगो की ऑफिस नजर आएगा. इस ऑफिस में बैठकर उन्हें यात्रियों की गाड़ी पैक करनी है. जिसके लिए रेलवे ने शुल्क निर्धारित किया है (जीएसटी के साथ) 354 रुपए, 472 रुपए और 590 रुपए ये दर अलग-अलग क्वॉलिटी की पैकिंग के लिए है, लेकिन यहां बेखौफ होकर वो गाड़ियों की बुकिंग ले रहे हैं.

केवल बुकिंग ही नहीं ले रहे, वो उसी गाड़ी को रेलवे से बुक कर रहे हैं. यानी रायपुर से जबलपुर का जो बुकिंग किराया रेलवे ने 773 रुपए लिया है, उसका R S कारगो ने यात्री से 2210 रुपए लिया और बकायदा इसकी रसीद भी दी. हालांकि, इसमें पैकिंग चार्ज शामिल है. यदि पैकिंग चार्ज भी (अधिकतम 590 रुपए) काट लिया जाए तो यात्री से उन्होंने 847 रुपए अधिक लिए. ये रसीद श्री राधा स्वामी कारगो के ऑफिस से दी गई.

ये है पूरा माजरा

शहजाद खां नाम के एक पैसेंजर ने 1 मार्च को रायपुर से जबलपुर के लिए अपनी गाड़ी बुक कराई. जिसका नंबर एमपी 35 एमएल 3164 है. आरएस कारगो ने अपनी उस रसीद बुक से बिल दिया, जिसमें GST नंबर का कोई जिक्र नहीं है. श्री राधा स्वामी कारगो ने 2601 नंबर की रसीद उक्त यात्री को दी, जिसमें 2210 रुपए का शुल्क उनसे लिया गया है.

इसके बाद यही गाड़ी उक्त कांट्रेक्टर ने रेलवे से बुक की. जिसका पीआरआर (Progressive Reference Record) 2019-536125 है. इसमें रेलवे ने 773 रुपए का शुल्क लिया गया है. यानी बुकिंग रेलवे से और ठगी यात्रियों से वो भी GST चोरी के साथ.

क्या कहा सीनियर डीसीएम ने

लल्लूराम डॉट कॉम ने ये पूरा मामला रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम डॉ विपिन वैष्णव के संज्ञान में लाया. बिना देरी किए तत्काल उन्होंने इस मामले की जानकारी पार्सल अधिकारी से मांगी. जिसके बाद ये स्पष्ट हुआ कि उक्त कांट्रेक्टर ने यात्री के साथ धोखा किया है और यात्री की ही ऑथिरिटी लेटर के आधार पर उसने रेलवे में बुकिंग की और यात्री से इसके एवज में करीब 850 रुपए अधिक लिए.

सीनियर डीसीएम ने लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से यात्रियों से ये अपील की है कि पार्सल ऑफिस में बुकिंग कराने वाले पैसेंजर सीधे रेलवे के अधिकृत काउंटर में आए. यदि उन्हें वहां बुकिंग की किसी भी प्रकार की समस्या होने पर इसकी शिकायत करने की बात कही है.

इतना ही नहीं उन्होंने ये भी निर्देश पार्सल अधिकारी को दिए हैं कि लगातार जो कांट्रेक्टर यात्री की अथॉरिटी लेटर लेकर पहुंच रहा है उसे बैन करें.