रायपुर। पतंजलि कंपनी देश की एक प्रतिष्ठित कंपनी है, जो आज खाद्य पदार्थों से लेकर साबुन-सर्फ, कॉस्मेटिक्स, दवाएं हर चीज का उत्पादन करती है. इस कंपनी के फाउंडर बाबा रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण हैं, जो अपने सामानों की शुद्धता को लेकर तमाम दावे करते रहे हैं. लेकिन अब इनके दावे संदेह के घेरे में आ गए हैं. दरअसल पतंजलि के बिस्कुट और शहद के सैंपल जांच में फेल पाए गए हैं. दरअसल रायपुर की 2 दुकानों से इनके सैंपल लिए गए थे. जो यहां की लैबोरेट्री में किए गए जांच में फेल हो गए हैं. खाद्य एवं औषधि विभाग ने इन खाद्य पदार्थों के पैकेट्स पर लिखे गए दावों की सत्यता को परखने के लिए जांच इनकी जांच करवाई थी.
खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पतंजलि बिस्कुट, कुकीज़ और शहद को लेकर जो दावे किए गए हैं, वे पूरी तरह से भ्रामक पाए गए हैं. जिसके बाद अब विभाग पतंजलि कंपनी के खिलाफ मिस लीडिंग और मिस ब्रांडिंग का केस दर्ज कराएगा. खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत ऐसे मामले में कंपनी पर 3-3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है. बता दें कि विभाग ने 16 से 30 जनवरी के बीच सुंदरनगर और बिग बाज़ार पंडरी की दुकानों से ये सैंपल लिया था. इनकी पैकिंग के ऊपर लिखा था- शुद्ध, 100 फीसदी स्वास्थ्यवर्धक और पचाने में सरल.
फूड एंड ड्रग विभाग के अधिकारियों ने पतंजलि प्योर हनी का जो सैंपल लिया था, वो हरिद्वार में बना था और इसका बैच नंबर सीपी 94, निर्माण तिथि नवंबर 2016 थी. डाइजेस्टिव कुकीज का लॉट नंबर के दो बी बटा केपी 01 है. ये हुगली की फैक्ट्री में बना था. फिलहाल जिस संजीव पोद्दार और रितेश कुमार की दुकान से ये सैंपल लिया गया था, उन्हें नोटिस देकर जांच रिपोर्ट से सैटिस्फाई नहीं होने पर दावा-आपत्ति का नोटिस भी जारी किया गया है.
पक्ष रखने के लिए समय
कंपनी के खिलाफ कोर्ट में केस दायर होने पर उन लोगों को एक महीने का समय अपना पक्ष रखने के लिए मिलेगा, जो इन प्रोडक्ट्स को यहां बेच रहे थे. वहीं दुकानदार सैंपल की जांच कोलकाता के राष्ट्रीय लैब में करवाने के लिए भी स्वतंत्र हैं.
जांच रिपोर्ट में सामने आए ये तथ्य
पतंजलि प्योर हनी- नमी- 12.45 फीसदी, जबकि अधिकतम 25 फीसदी होनी चाहिए
चीनी- 79.24 %, जबकि कम से कम 65 % होना चाहिए
सुक्रोज- 3.61 %, जबकि अधिकतम 5 % होना चाहिए
फ्रक्टोज- ग्लूकोज 1.52 %, जबकि न्यूनतम सीमा 0.95 % है
डाइजेस्टिव कुकीज- एश इंसोल्युबल की मात्रा 0.04 % पाई गई, जबकि इससे कम होनी चाहिए. वहीं एसिडिटी ऑफ एक्सट्रैक्टेड फैट अधिक यानि 0.82 % पाया गया.
पतंजलि की खास बातें
पतंजलि की स्थापना योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोग से साल 2006 में की गई. पतंजलि शैम्पू, दंतमंजन, दवाईयां, तेल, घी, राशन सब कुछ बनाती है. पतंजलि ने दवाईयों के निर्माण से इसकी शुरुआत की थी. धीरे-धीरे वो बाकी प्रोडक्ट्स भी बनाने लगे. पतंजलि 45 तरह के कॉस्मेटिक्स बनाती है. जिसमें शैंपू, साबुन, लिप बाम, स्किन क्रीम वगैरह हैं. कंपनी 30 अलग-अलग तरह के खाद्य पदार्थ भी बनाती है. पतंजलि की दुकानें देशभर में करीब 4000 हैं. वहीं अब इसने ऑनलाइन मार्केट में भी कदम रख दिया है. पतंजलि पूरी तरह से स्वदेशी चीजों से सामान बनाती है. इसके सामान आयुर्वेदिक होते हैं. इसने स्वदेशी का नारा दिया और एफएमसीजी कंपनियों को कड़ी टक्कर दी.