रायपुर. राजधानी के रेलवे स्टेशन से एक मरीज के गुम जाने का मामला सामने आया है. परिजनों ने आस-आस बहुत पतासाजी की, लेकिन उनका पता नहीं चला तो रेलवे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उनका केस दर्ज नहीं किया. जानकारी के मुताबिक लापता मरीज काशीनाथ नियाल (58 वर्ष) कालाहांडी जिले के गोलामुण्डा पुलिस चौकी के ग्राम खम्हार हल्दी का कोटवार है. वह अपने पत्नी व बेटों के साथ इलाज कराने रायपुर आया था. लेकिन स्टेशन से अचानक गायब हो गया.
घटना के संबंध में केदार नियाल ने बताया कि बीमार पिता, मझले भाई ज्ञान रंजन व माता श्रीमूला नियाल के साथ वे लोग 12 अक्टूबर को सुबह 6 बजे रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. उनके साथ केसिंगा से ही मेडिकल लाइन का एक दलाल बैठा जो अपना नाम सचिन दास बताया. स्टेशन में वो भी साथ में मौजूद था. दास ने रामकृष्ण अस्पताल में सस्ते में इलाज कराने का वादा किया था, इसलिए वे लोग बिलासपुर के बजाए रायपुर में ही उतर गए.
दास ने सभी को जल्दी तैयार होने स्टेशन के शौचालय में भेज दिया. खुद बीमार पिता के पास खड़ा था. तैयार होकर सभी जब 10 से 15 मिनट में बाहर निकले तो पिता गायब थे. हालांकि मौके पर दास भी मौजूद था.
24 घण्टे के पतासाजी के बाद केदार ने रेलवे पुलिस को लिखित शिकायत सौंपा, जिसमें मेडिकल दलाल, सचिन दास पर पिता को गायब करने का आरोप लगाया है. बेटे ने कहा कि पिता स्वयं से अकेले नहीं चल सकते थे. उन्हें एक से दूसरे स्थान जाने सहारा की जरूरत होती थी. उन्होंने साथ में मौजूद दलाल द्वारा गायब करने की आशंका जताया है.
पीड़ित ने कहा कि अब तक उनका केस भी दर्ज नहीं किया गया है. माता व मझला भाई कालाहांडी वापस आ गए हैं. केदार अपने बड़े भाई प्रहलाद के साथ पिता की तलाश में जुटा है. पीड़ितों ने कहा कि पिता जब रेलवे स्टेशन से गायब हुए तो उनकी मदद रेलवे पुलिस क्यों नहीं कर रही है. बेटों ने सोशल मीडिया में अपील की है कि उसके पिता को जिंदा न सही उनके मुर्दा होने की भी कोई सूचना दे दे.