बारगढ़। राज्य में स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की स्थिति को दर्शाते हुए, ओडिशा के बारगढ़ में जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचएच) में बिजली गुल होने के कारण गंभीर रूप से बीमार एक मरीज का मोबाइल फोन टॉर्च की मदद से इलाज किया गया. बताया जा रहा है कि यह घटना मंगलवार रात की है. इस घटनास्थल का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश है. Read More – Odisha News : शराब लदे ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

मिली जानकारी के मुताबिक, वेंटिलेटर सपोर्ट वाले एक मरीज को तत्काल ध्यान देने की जरूरत थी. बिजली गुल होने के कारण अस्पताल के डॉक्टरों को मोबाइल फोन की टॉर्च से इलाज करना पड़ा. आरोप है कि कुछ मिनटों के लिए अस्पताल में अंधेरा छा गया था.

मरीज के बेटे राजेश बरिहा ने दावा किया कि बिजली कटौती के बाद ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने से उनके पिता की हालत बिगड़ गई. उन्हें लगभग आधे घंटे तक सांस लेने में कठिनाई हुई. इससे पहले कि नर्सें तत्काल ध्यान देने के लिए दौड़तीं, उन्हें मोबाइल फोन टॉर्च की मदद से सिलेंडर से मैन्युअल रूप से ऑक्सीजन देना पड़ा.

बताया जा रहा है कि, अस्पताल में स्वचालित बिजली जनरेटर नहीं है. जेनरेटर चलाने वाले व्यक्ति के बाहर रहने पर समस्या काफी देर तक बनी रहती है.

वहीं, इस आरोप को खारिज करते हुए, चिकित्सा अधीक्षक डीके दत्ता ने कहा कि बिजली बंद होने के एक मिनट के भीतर डीजल जनरेटर चालू कर दिया गया था. स्वचालित प्रणाली के अभाव में बिजली गुल होने की स्थिति में जनरेटर को मैन्युअल रूप से चालू करना पड़ता है. इस बार जेनरेटर एक मिनट में ही चालू हो गया.

बता दें कि, कटक में एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पिछले साल अक्टूबर में लगभग 24 घंटे तक बिजली की आपूर्ति के बिना था, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं.