पटना। राजधानी स्थित एम्स अस्पताल परिसर में शराब तस्करी का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। पुलिस ने ब्लड बैंक के पास खड़ी एक स्कूटी (नंबर BR01HM/2320) से 11 बोतल विदेशी शराब बरामद की है। शराब को स्थानीय लोग ‘लाल पानी’ के नाम से भी पुकारते हैं। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह की तस्करी का खुलासा सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
स्कूटी छोड़कर मौके से फरार हो गया
जानकारी के अनुसार, टीओपी प्रभारी मुन्ना पासवान को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ब्लड बैंक के पास शराब की तस्करी करने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही संदिग्ध व्यक्ति स्कूटी छोड़कर मौके से फरार हो गया।
11 बोतल विदेशी शराब मिली
पुलिस ने स्कूटी की तलाशी ली तो उसकी डिक्की से 11 बोतल विदेशी शराब मिली। मामले की जानकारी तुरंत फुलवारी शरीफ थाना पुलिस को दी गई। इसके बाद स्कूटी और बरामद शराब को कब्जे में ले लिया गया है।
मामले की गहन जांच कर रही
फुलवारी शरीफ थाना पुलिस अब इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। सबसे पहले स्कूटी के मालिक की पहचान की जा रही है, ताकि शराब तस्कर तक पहुंचा जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि ‘लाल पानी’ अस्पताल परिसर में किसके लिए और किस उद्देश्य से लाई गई थी।
कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे
जांच के तहत ब्लड बैंक और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों और वहां मौजूद अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की करतूत नहीं, बल्कि किसी संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा हो सकता है।
बेहद गंभीर मामला
अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल परिसर में शराब की तस्करी बेहद गंभीर मामला है। जहां मरीजों के इलाज और जीवन रक्षा का काम होता है, वहां इस तरह की अवैध गतिविधियां न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि अस्पताल की गरिमा और सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं।
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