पटना। राजधानी में इस साल गणेश चतुर्थी का भव्य आयोजन होने जा रहा है। महाराष्ट्र मंडल की ओर से विशेष तैयारियां की गई हैं। मुंबई से लाई गई 6 फीट ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा आज सुबह 10 बजे होगी। इसके बाद आरती और 101 मोदक का भोग लगाया जाएगा। श्रद्धालु 11:30 बजे से दर्शन कर सकेंगे। यह प्रतिमा मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के राजा की प्रतिकृति है, जो भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहेगी।
ऑपरेशन सिंदूर थीम पर सजाया गया पंडाल
पंडाल को “ऑपरेशन सिंदूर” थीम पर सजाया गया है। 40 फीट ऊंचे मुख्य मंडप में दोनों ओर देश के जवानों की आकृतियां बनाई गई हैं। पूजा के दिन पंडाल को 10 टन फूलों से सजाया जाएगा, जो बंगाल, बैंगलोर और मुंबई से मंगाए गए हैं। भगवान गणेश को इस बार 35 लाख का हीरा जड़ित सोने का मुकुट पहनाया जाएगा। 350 ग्राम वजन के इस मुकुट के बीच छह कैरेट का हीरा होगा। सोने-चांदी और स्टोन जड़े गहनों से श्रृंगार किया जाएगा।
हल्दी-कुमकुम का कार्यक्रम होगा
पूजा के लिए महाराष्ट्र से प्रसिद्ध पुजारी प्रशांत जागीरदार और उनकी टीम के पांच पंडित विशेष रूप से आए हैं। गणेश उत्सव में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी आमंत्रित किया गया है। 29 अगस्त को शाम 7:30 बजे हल्दी-कुमकुम का कार्यक्रम होगा, जिसमें महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना करेंगी।
गणेश की प्रतिमा का विसर्जन होगा
31 अगस्त को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें महाराष्ट्र के भजन कलाकार प्रस्तुति देंगे। 2 सितंबर को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके लिए नासिक से झांझ पथक की 50 सदस्यीय टीम, जिसमें 25 महिलाएं और 25 पुरुष होंगे, पटना पहुंचेगी। शोभायात्रा महाराष्ट्र मंडल से शुरू होकर इनकम टैक्स गोलंबर, डाकबंगला, पीरमुहानी, कदमकुआं, बाकरगंज, गांधी मैदान होते हुए कलेक्ट्रेट घाट तक जाएगी, जहां भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन होगा।
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