पटना। राजधानी के गुलजारबाग स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। यहां छात्रावास के सुपरिटेंडेंट सह प्रोफेसर मिथिलेश कुमार को निगरानी (विजिलेंस) विभाग ने शनिवार को 1.5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। कार्रवाई उस वक्त की गई जब आरोपी प्रोफेसर अपने बॉयज हॉस्टल के दफ्तर में कैश ले रहा था।

पैसे देने का दबाव बना रहा था

जानकारी के अनुसार हॉस्टल मेस संचालक संदीप कुमार दुबे उर्फ रौनक से मिथिलेश लगातार कमीशन की मांग कर रहा था। बताया गया कि हॉस्टल में करीब 450 छात्र रहते हैं, लेकिन प्रोफेसर उन छात्रों में से 9 छात्रों के हिसाब से कमीशन निकालकर पैसे देने का दबाव बना रहा था। पैसे देने से इंकार करने पर संदीप को मेस संचालन में बाधा डालकर परेशान किया जा रहा था। मजबूर होकर संदीप ने विजिलेंस में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस टीम ने ट्रैप प्लान बनाया। जैसे ही संदीप ने रकम सौंपी। छिपे हुए अफसरों ने तुरंत प्रोफेसर को पकड़ लिया और गिरफ्तारी कर ली।

खोज में जुटी विजिलेंस

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मिथिलेश ने बताया कि उसके कुम्हरार के बजरंगपुरी स्थित फ्लैट में एक सूटकेस रखा है जिसमें लगभग 30 से 40 लाख रुपए हैं। इसके बाद डीएसपी अरुणोदय पांडेय के नेतृत्व में टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया।

टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा

फ्लैट पर उस दौरान उसकी पत्नी और कांग्रेस नेत्री मोना पासवान अपने रिश्तेदार के विवाह समारोह में गई हुई थीं। उनके लौटने पर विजिलेंस ने घर की 5 घंटे तक तलाशी ली बाथरूम तक, किचन तक, हर जगह, लेकिन नकदी से भरा सूटकेस नहीं मिल पाया और टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।

राजनीति से भी जुड़ा परिवार

मिथिलेश के परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी है। उसकी पत्नी मोना पासवान कांग्रेस की सक्रिय नेता हैं और राजगीर विधानसभा क्षेत्र से टिकट पर चुनाव भी लड़ चुकी हैं। नालंदा चंडी क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य भी रह चुकी हैं।