सूरजपुर। पटवारी रामनारायण दुबे की आत्महत्या के मामले में लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का असर हुआ है. इस मामले में सरगुजा आईजी ने सीआईडी जांच की अनुशंसा की है, वहीं आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है.

झिलमिली थाने की महिला एसआई सुनीता भारद्वाज, पटवारी चंचल शर्मा और एक अन्य व्यक्ति नीरज अग्रवाल को झूठे केस में फंसाने की धमकी से डरकर भैयाथान ब्लॉक के जमड़ी के रहने वाले पटवारी रामनारायण दुबे ने 24 मार्च को जहर खा लिया था. अंबिकापुर के निजी हॉस्पिटल में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को उनकी मौत हो गई. उन्होंने सुसाइड नोट में महिला एसआई सुनीता भारद्वाज, पटवारी चंचल शर्मा और एक अन्य व्यक्ति नीरज अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे.

इधर मामला सामने आने के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा. लोगों ने शव के साथ भैयाथान थाने के सामने चक्काजाम कर दिया.

लल्लूराम डॉट कॉम की मुहिम लाई रंग, सीआईडी जांच की अनुशंसा

पटवारी रामनारायण दुबे को इंसाफ दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय और सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली वेबसाइट लल्लूराम डॉट कॉम ने मुहिम चलाई. हमने डीजीपी एएन उपाध्याय समेत आला अधिकारियों तक अपनी बात वेबसाइट के माध्यम से पहुंचाई.

आखिरकार लल्लूराम डॉट कॉम की मेहनत रंग लाई और पुलिस ने महिला एसआई सुनीता भारद्वाज, पटवारी चंचल शर्मा, व्यवसायी नीरज अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. साथ ही आईजी ने सीआईडी जांच की अनुशंसा कर दी.

सुसाइड नोट में थे गंभीर आरोप

पटवारी रामनारायण दुबे ने बकायदा सुसाइड नोट लिखकर झिलमिली थाने में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर औऱ एक अन्य पटवारी पर 6 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्होंने जहर खा लिया था, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई औऱ उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. पटवारी रामनारायण दुबे ने अपने सुसाइड नोट में झिलमिली थाने की एएसआई सुनीता भारद्वाज, पटवारी चंचल शर्मा औऱ एक अन्य व्यक्ति नीरज अग्रवाल को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा था कि एएसआई उन्हें लगातार तंग कर रही हैं औऱ पैसे की मांग कर रही हैं.

उनके जहर खा लेने के बाद जब घटना ने गंभीर रुप ले लिया, तो आनन-फानन में जिले के एसपी डीआर आंचला ने झिलमिली एसडीओपी मनोज धुर्वे को जांच अधिकारी नियुक्त कर उनसे मामले की जांच करने को कहा था. अभी जांच जारी थी कि पटवारी राम नारायण दुबे की दुखद मौत हो गई. उधर दुबे की मौत के बाद पुलिस अधिकारियों ने अपनी गर्दन बचाने के लिए आनन-फानन में आरोपी एएसआई सुनीता भारद्वाज को लाइन अटैच कर दिया. इधर ताजा जानकारी मिलने तक एएसआई सुनीता भारद्वाज, पटवारी चंचल शर्मा और नीरज अग्रवाल के खिलाफ धारा 306 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. हालांकि अभी तक पुलिस ने न तो किसी को गिरफ्तार किया है और न ही आरोपी एएसआई के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई की है.