Paush Amavashya 2024: पौष अमावस्या का दिन पितरों की कृपा पाने और उन्हें खुश करने के लिए है. पितरों के आशीर्वाद से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है तो व्यक्ति अपने जीवन में तरक्की करता है. उसके पास धन, दौलत, संतान के साथ हर प्रकार की सुख और सुविधाएं होती हैं. इस साल 2024 में पौष अमावस्या 11 जनवरी को है. पौष अमावस्या तिथि 10 जनवरी को रात 08:20 PM से 11 जनवरी को शाम 05:26 PM तक है.
पौष अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के लिए एक मात्र उपाय क्या है?
जो लोग पितृ दोष से पीड़ित हैं, उनको पौष अमावस्या (Paush Amavashya 2024) के दिन स्नान के बाद साफ कपड़े पहनना चाहिए. उसके बाद पितरों को स्मरण करके उनको जल और कुश की पवित्री से तर्पण करना चाहिए. इससे पितर तृप्त होते हैं और अपनी संतान को आशीर्वाद देते हैं. पितृ दोष से मुक्ति के लिए पौष अमावस्या पर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं. फिर उस दीपक के पास बैठकर पितृ-सूक्तम् का पाठ करें.
पितृ दोष के लक्षण (Paush Amavashya 2024)
जिनका जीवन कष्ट, संघर्ष, अभाव और दुखों में कटता है. घर में हमेशा कलह, धन की कमी, बीमारियां, संतान प्राप्ति में बाधा और विवाह में देरी जैसी समस्याएं होती हैं.घर में हो रही कुछ खास घटनाएं बताती हैं कि पितृ दोष का साया है. ऐसे में इन्हें कुछ खास लक्षणों से पहचान लेना चाहिए.
- यदि परिवार में किसी का आकस्मिक निधन या दुर्घटना हो तो यह पितृ दोष का संकेत है. बार-बार एक्सीडेंट होना भी पितृ दोष का इशारा है.
- घर में किसी सदस्य का बार-बार बीमार होना और लंबे समय तक बीमारी का चलना.
- परिवार में विकलांग या अनचाहे बच्चे का जन्म होना. बच्चे में किसी तरह की विकृति होना.
- असंस्कारी संतान, बच्चों द्वारा प्रताड़ना भरा व्यवहार करना. परिवार के बुजुर्गों का अपमान करना. घर में रोज-रोज झगड़े-कलह होना.
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