पटना। भोजपुरी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता और हाल में राजनीति में सक्रिय हुए पवन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जमकर सराहना की है। उन्होंने तेजस्वी को एक “जमीनी नेता” बताया और कहा कि वह हर वर्ग से सीधे संवाद करते हैं और गांव-गांव जाकर लोगों से मिलते हैं। पवन सिंह ने कहा मैं किसी एक व्यक्ति को टारगेट नहीं करना चाहता, लेकिन जब भी तेजस्वी यादव का इंटरव्यू सुनता हूं, उनकी बातें दिल को छू जाती हैं।

पीके से मुलाकात नहीं की

प्रशांत किशोर को लेकर पूछे गए सवाल पर पवन सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी पीके से मुलाकात नहीं की है, लेकिन एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि जब प्रशांत किशोर आरा आए थे, तब उन्होंने पवन सिंह का नाम सुनकर कहा था, राजनीति किसी के बाप की बपौती नहीं है। इस बयान को लेकर पवन सिंह ने नाराजगी जताई, हालांकि ज्यादा टिप्पणी करने से परहेज़ किया।

देसी शराब सीधे जान ले लेती है

शराबबंदी और बिहार की हालत पर उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद लोगों को नुकसान भी हुआ है। पवन सिंह ने कहा कम से कम असली शराब से लोग अस्पताल पहुंच जाते थे, लेकिन नकली देसी शराब सीधे जान ले लेती है। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में जो सुविधाएं हैं वह बिहार में नहीं मिलतीं जिससे लोग अपने घर से दूर जाने को मजबूर हैं।

कोई मुझे जान से मार देगा?

महाराष्ट्र में मराठी भाषा विवाद पर भी उन्होंने बेबाकी से कहा मुझे मराठी नहीं आती और मैं मुंबई में काम करता हूं। मैं हिन्दी बोलता हूं और हिन्दी मेरी भाषा है। क्या मराठी नहीं बोलने पर कोई मुझे जान से मार देगा? यह देश है, यहां सभी को अपनी भाषा में बोलने का हक है।”

राजनीति में उतर रही पत्नी

राजनीतिक महत्वाकांक्षा को लेकर पवन सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी ज्योति सिंह भी अब सक्रिय राजनीति में उतर रही हैं और अगला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने हाल ही में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से भी मुलाकात की थी। हालांकि पवन और ज्योति के बीच तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान ज्योति सिंह पवन सिंह के प्रचार में साथ दिखीं थीं।