स्पोर्ट्स डेस्क. एशिया कप के आयोजन को लेकर रोजाना कोई न कोई अपडेट आते रहती है. ऐसी ही एक अपडेट आई है जिसमें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन नजम सेठी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को एक संदेशा भेजा है. पीसीबी चाहता है कि आईसीसी उनके द्वारा सुझाए गए हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) पर दबाव डाले. पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल स्वीकार नहीं करने की स्थिति में एशिया कप का बहिष्कार करने की धमकी दी थी. वहीं, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होगा और पाकिस्तान टूर्नामेंट खेलेगा.

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी बताया कि यह सभी तत्काल प्रतिक्रियाएं हैं. पीसीबी अच्छी तरह जानता है कि वे किस स्थिति में हैं और जो भी पैसा आता है वह उनके लिए महत्वपूर्ण है. मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान टूर्नामेंट का बहिष्कार कर सकता है. वे एशिया कप और विश्व कप में खेलेंगे. फिलहाल, वे इसे बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं होने जा रहा है. इस बीच पीसीबी चेयनमैन सेठी ने एशिया कप को लेकर नई हाइब्रिड मॉडल को पेश किया है.

नए हाइब्रिड मॉडल के तहत एशिया कप को दो चरणों में आयोजित किया जाएगा. इसके पहले चरण में पाकिस्तान में श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और नेपाल के मैचों का आयोजन किया जाएगा. दूसरे चरण में भारत के मैच तटस्थ स्थान पर होंगे. श्रीलंका पसंदीदा स्थान है क्योंकि भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका गर्मी के कारण संयुक्त अरब अमीरात का विरोध कर रहे हैं. साथ ही तटस्थ स्थान पर फाइनल खेला जाएगा. भले ही भारत फाइनल में जगह बनाने में सफल हो या फिर असफल.

अधिकारी ने कहा कि, हमें अगले हफ्ते पता चल जाएगा क्योंकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के बाद दुबई में एशियाई क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) की बैठक होगी. कुछ चिंताएं हैं जिन्हें दूर करने की जरूरत है और उसके बाद हमारे पास एशिया कप का कार्यक्रम होगा. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान एशिया कप से हटता है, तो यह भारत में इस वर्ष होने वाले वनडे विश्व कप के लिए भी एक बड़ा झटका होगा. पाकिस्तान भारत में खेलने से मना कर सकता है. गौरतलब है कि आईसीसी और बीसीसीआई अधिकारी इस समय लंदन में हैं.